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<poem>बादल, गरजो!--
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बादल, गरजो!--
घेर घेर घोर गगन, धाराधर जो!
घेर घेर घोर गगन, धाराधर जो!


    ललित ललित, काले घुँघराले,
ललित ललित, काले घुँघराले,
    बाल कल्पना के-से पाले,
बाल कल्पना के-से पाले,
 
विद्युत-छवि उर में, कवि, नवजीवन वाले!
विद्युत-छबि उर में, कवि, नवजीवन वाले!
वज्र छिपा, नूतन कविता
 
फिर भर दो:--
    वज्र छिपा, नूतन कविता
बादल, गरजो!
 
                फिर भर दो:--
                बादल, गरजो!


विकल विकल, उन्मन थे उन्मन,
विकल विकल, उन्मन थे उन्मन,
विश्व के निदाघ के सकल जन,
विश्व के निदाघ के सकल जन,
आये अज्ञात दिशा से अनन्त के घन!
आये अज्ञात दिशा से अनन्त के घन!
तप्त धरा, जल से फिर
शीतल कर दो:--
बादल, गरजो!
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    तप्त धरा, जल से फिर


                शीतल कर दो:--
 
                बादल, गरजो!
 
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==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==

14:02, 6 मार्च 2012 के समय का अवतरण

उत्साह -सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला
सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला
सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला
कवि सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला
जन्म 21 फ़रवरी, 1896
जन्म स्थान मेदनीपुर ज़िला, बंगाल (पश्चिम बंगाल)
मृत्यु 15 अक्टूबर, सन् 1961
मृत्यु स्थान प्रयाग, भारत
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला की रचनाएँ

बादल, गरजो!--
घेर घेर घोर गगन, धाराधर जो!

ललित ललित, काले घुँघराले,
बाल कल्पना के-से पाले,
विद्युत-छवि उर में, कवि, नवजीवन वाले!
वज्र छिपा, नूतन कविता
फिर भर दो:--
बादल, गरजो!

विकल विकल, उन्मन थे उन्मन,
विश्व के निदाघ के सकल जन,
आये अज्ञात दिशा से अनन्त के घन!
तप्त धरा, जल से फिर
शीतल कर दो:--
बादल, गरजो!




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