"मध्यमिका": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
 
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया)
पंक्ति 4: पंक्ति 4:
*तीसरी शताब्दी ई.पू. में यह नगर बहुत महत्त्वपूर्ण स्थान माना जाता था।
*तीसरी शताब्दी ई.पू. में यह नगर बहुत महत्त्वपूर्ण स्थान माना जाता था।
*इसके खण्डहरों में [[मौर्य काल|मौर्यकालीन]] भवन के कुछ चिह्न तथा [[शुंग काल]] के दो शिलालेख प्राप्त हुए हैं।
*इसके खण्डहरों में [[मौर्य काल|मौर्यकालीन]] भवन के कुछ चिह्न तथा [[शुंग काल]] के दो शिलालेख प्राप्त हुए हैं।
*इन शिलालेखों में [[अश्वमेघ यज्ञ|अश्वमेध]] तथा वाजपेय यज्ञों का उल्लेख है।
*इन शिलालेखों में [[अश्वमेघ यज्ञ|अश्वमेध]] तथा [[वाजपेय]] यज्ञों का उल्लेख है।


{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक=|पूर्णता=|शोध=}}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक=|पूर्णता=|शोध=}}
{{संदर्भ ग्रंथ}}
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=भारतीय इतिहास कोश |लेखक= सच्चिदानन्द भट्टाचार्य|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान |संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=346|url=}}
{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=भारतीय इतिहास कोश |लेखक= सच्चिदानन्द भट्टाचार्य|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान |संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=346|url=}}
पंक्ति 17: पंक्ति 17:
[[Category:राजस्थान के नगर]]
[[Category:राजस्थान के नगर]]
[[Category:राजस्थान के ऐतिहासिक नगर]]
[[Category:राजस्थान के ऐतिहासिक नगर]]
[[Category:राजस्थान के पर्यटन स्थल]]
__INDEX__
__INDEX__

12:27, 28 मार्च 2012 के समय का अवतरण

मध्यमिका राजस्थान, भारत में चित्तौड़ के निकट एक प्राचीन नगरी है।

  • इस नगरी को अब 'नगरी' के नाम से ही जाना जाता है।
  • एक पुरात्मा वीर यवन ने इस नगरी को घेर लिया था, जो सम्भवत: यवन राजा मीनेंडर था।
  • तीसरी शताब्दी ई.पू. में यह नगर बहुत महत्त्वपूर्ण स्थान माना जाता था।
  • इसके खण्डहरों में मौर्यकालीन भवन के कुछ चिह्न तथा शुंग काल के दो शिलालेख प्राप्त हुए हैं।
  • इन शिलालेखों में अश्वमेध तथा वाजपेय यज्ञों का उल्लेख है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

भारतीय इतिहास कोश |लेखक: सच्चिदानन्द भट्टाचार्य |प्रकाशक: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान |पृष्ठ संख्या: 346 |


संबंधित लेख