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मैसूर का जलदुर्ग लिंगसुगुर तालुका, रायचूर ज़िले में स्थित है। यह दुर्ग कृष्णा नदी की दो उपनदियों के मध्य में एक विस्तृत चट्टान पर अवस्थित है, जो 9वीं शती में बनाया गया था। इस दुर्ग से प्राप्त एक अभिलेख से ज्ञात होता है कि इसका निर्माण 12वीं शती के अंत में देवगिरि के किसी यादव वंशीय नरेश ने करवाया था।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 358 |