"साँचा:अजेय की रचनाएँ": अवतरणों में अंतर

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|रचना प्रकार= कविताएँ  
|रचना प्रकार= कविताएँ  
|रचना 2=अति जीवन
|रचना 2=अति जीवन
|रचना 3=अलविदा
|रचना 3=देर रात कारोबार
|रचना 4=आखिरी बात
|रचना 4=आग के इलाके का आदमी
|रचना 5=आग के इलाक़े मे आओ (चन्द्रकान्त देवताले की कविताएँ पढ़ने के बाद)
|रचना 5=आग के इलाक़े में आओ
|रचना 6=आज कितनी अच्छी धूप है !
|रचना 6=आज कितनी अच्छी धूप है !
|रचना 7=आज जब वह जा रही है/(माँ की अंतिम यात्रा से लौटने पर )
|रचना 7=आज जब वह जा रही है
|रचना 8=आर्कटिक वेधशाला से कुछ नोट्स
|रचना 8=आर्कटिक वेधशाला से कुछ नोट्स
|रचना 9=आलू का सीज़न  
|रचना 9=आलू का सीज़न  
|रचना 10=आस-पास एक पृथ्वी चाहिए  
|रचना 10=आस-पास एक पृथ्वी चाहिए  
|रचना 11=इन सपनों को कौन गाएगा ?
|रचना 11=ख़ुद अपने ही ख़िलाफ़
|रचना 12=इन सलोनों की भाषा सीख लो
|रचना 12=लेम्पपोस्ट के नीचे बैठी औरत 
|रचना 13=इन्द्रधनुष
|रचना 13=कविता नहीं लिख सकते
|रचना 14=इस उठान के बाद नदी
|रचना 14=इस उठान के बाद नदी
|रचना 15=इस गाँव को उन बच्चों की नज़र से देखना है
|रचना 15= काम की जगहों पर कुछ हादसे
|रचना 16=इस वक़्त
|रचना 16=फुलमून पार्टी
|रचना 17=एक अच्छा गाँव
|रचना 17= नई धार लिए काम पर लौटना
|रचना 18=एक आदमी होता था
|रचना 18= पूछो सूरज से क्या वह आएगा ?
|रचना 19=एक बुद्ध कविता में करुणा ढूँढ रहा है  
|रचना 19=एक बुद्ध कविता में करुणा ढूँढ रहा है  
|रचना 20=कविता के बारे मे कुछ कविताएं  
|रचना 20=कविता के बारे में कुछ कविताएं  
|रचना 21=कविता खत्म नहीं होती
|रचना 21= आर्कटिक वेधशाला में कार्यरत वैज्ञानिक मित्रों के कुछ नोटस
|रचना 22=कहीं यह आखिरी कविता न हो  
|रचना 22=कहीं यह आखिरी कविता न हो  
|रचना 23=केलंग-1/ हरी सब्ज़ियाँ
|रचना 23=केलंग-1/ हरी सब्ज़ियाँ
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|रचना 26=केलंग-4/ सड़कें  
|रचना 26=केलंग-4/ सड़कें  
|रचना 27=गाँव में चक्का तलाई
|रचना 27=गाँव में चक्का तलाई
|रचना 28=चन्द्रताल पर फुल मून पार्टी
|रचना 28=मेंतोसा1 पर एडवेंचर टीम
|रचना 29=चीटियाँ-2
|रचना 29=एक नदी जिसे हम पीना चाहते हैं
|रचना 30=चीटियाँ
|रचना 30=हम चूक जाते कितनी ही नदियाँ 
|रचना 31=छतड़ू में कैम्प फायर  
|रचना 31=छतड़ू में कैम्प फायर  
|रचना 32=जो अंधों की स्मृति में नहीं था
|रचना 32= मां, हर्पीज़ और आदिम चांदनी
|रचना 33=जो अन्धों की स्मृति में नहीं है
|रचना 33=भोजवन में पतझड़
|रचना 34=ट्राईबल में स्की-फेस्टिवल  
|रचना 34=ट्राईबल में स्की-फेस्टिवल  
|रचना 35=ढालपुर कॉलेज से लौटती लड़कियाँ
|रचना 35=नदी से  
|रचना 36=तपती पृथ्वी को प्रेम करना  
|रचना 36=तपती पृथ्वी को प्रेम करना  
|रचना 37=तुम्हारी जेब में एक सूरज होता था / (ट्रंक में दिवंगत  माँ की चोलू – बास्केट देख कर) 
|रचना 37=तुम्हारी जेब में एक सूरज होता था
|रचना 38=दोर्जे गाईड की बातें / (गङ – स्तङ हिमनद का दृश्य देखते हुए )
|रचना 38=दोर्जे गाईड की बातें
|रचना 39= एक नदी जिसे हम पीना चाहते हैं
|रचना 39= भीतर उगा हुआ आदमी
|रचना 40=निरामिष
|रचना 40=बीस साल बाद सरवरी
|रचना 41=नीचे देखते हुए चलना
|रचना 41= बयूँस की टहनियाँ
|रचना 42=पहाड़
|रचना 42=  
|रचना 43=पहाड़ के पीछे
|रचना 43=  
|रचना 44=पहाड़ी खानाबदोशों का गीत
|रचना 44=
|रचना 44=पूछो सूरज से क्या वह आएगा ?
|रचना 44=
|रचना 45=प्रार्थना
|रचना 45=
|रचना 46=बयूँस की टहनियाँ
|रचना 46=
|रचना 47=बरफ
|रचना 47=
|रचना 48=बात
|रचना 48=
|रचना 48=बात चीत
|रचना 48=  
|रचना 49=बीस साल बाद सरवरी
|रचना 49=
|रचना 50=बेबस देखता रहा अपना बुद्ध न हो पाना
|रचना 50=  
|रचना 51=भीतर उगा हुआ आदमी
|रचना 52=भोजवन में पतझड़ / अजेय
|रचना 53=मां,हर्पीज़ और आदिम चांदनी
|रचना 54=मुक्ति की कामना
|रचना 55=मुस्कान
|रचना 56=रातों रात चलने वाले
|रचना 57=रास्ता
|रचना 58=रोह्ताँग टनल
|रचना 59=लेम्पपोस्ट के नीचे बैठी औरत
|रचना 60=शिमला : कुछ स्मृति स्थल
|रचना 61=शिमला का तापमान
|रचना 62=शोर
|रचना 63=हम चूक जाते कितनी ही नदियाँ
|रचना 64=मेंतोसा1 पर एडवेंचर टीम
|रचना 65=फुलमून पार्टी (जिमि हेंड्रिक्स और स्नोवा बार्नो के लिए)
|रचना 66=खुद अपने ही खिलाफ /(बीमार माँ  के बारे में एक कविता)
|रचना 67=कविता नहीं लिख सकते / (खाड़ी युद्ध में एक बाग़ी सैनिक के उद्गार )
|रचना 68=देर रात कारोबार
|रचना 69=आग के इलाके का आदमी
|रचना 70=आर्कटिक वेधशाला में कार्यरत वैज्ञानिक मित्रों के कुछ नोटस
|रचना 70=नदी से
|रचना 71=रास्ता
|रचना 72=काम
 
 
 
 
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14:07, 24 जून 2013 के समय का अवतरण