"हज़रतबल मस्जिद श्रीनगर": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - " खास" to " ख़ास") |
||
पंक्ति 33: | पंक्ति 33: | ||
|संबंधित लेख= | |संबंधित लेख= | ||
|शीर्षक 1=धार्मिक मान्यता | |शीर्षक 1=धार्मिक मान्यता | ||
|पाठ 1=कहा जाता है कि [[पैग़म्बर मुहम्मद]] के पवित्र बाल 'मोई-ए-मु़कद्दस' के नाम से यहां रखे हुए हैं। इन बालों को आम जनता के लिए कुछ | |पाठ 1=कहा जाता है कि [[पैग़म्बर मुहम्मद]] के पवित्र बाल 'मोई-ए-मु़कद्दस' के नाम से यहां रखे हुए हैं। इन बालों को आम जनता के लिए कुछ ख़ास मौकों पर ही खोला जाता है और दीदार करवाया जाता है। | ||
|शीर्षक 2= | |शीर्षक 2= | ||
|पाठ 2= | |पाठ 2= | ||
पंक्ति 49: | पंक्ति 49: | ||
*हज़रतबल मस्जिद का निर्माण 17वीं सदी में किया गया था, जिसकी झलक स्पष्ट रूप से मस्जिद की वास्तुकला में दिखती है। | *हज़रतबल मस्जिद का निर्माण 17वीं सदी में किया गया था, जिसकी झलक स्पष्ट रूप से मस्जिद की वास्तुकला में दिखती है। | ||
*इसमें आने वाले 'हज़रत' शब्द का अर्थ होता है- 'पवित्र' या 'राजसी' और बाल, [[कश्मीरी भाषा]] में एक जगह या एनक्लोज स्पेस का मतलब हज़रत होता है। | *इसमें आने वाले 'हज़रत' शब्द का अर्थ होता है- 'पवित्र' या 'राजसी' और बाल, [[कश्मीरी भाषा]] में एक जगह या एनक्लोज स्पेस का मतलब हज़रत होता है। | ||
*यह धार्मिक स्थल, मुस्लिमों के लिए काफ़ी पवित्र माना जाता है, कहा जाता है कि [[पैग़म्बर मुहम्मद]] के पवित्र बाल 'मोई-ए-मु़कद्दस' के नाम से यहां रखे हुए हैं। इन बालों को आम जनता के लिए कुछ | *यह धार्मिक स्थल, मुस्लिमों के लिए काफ़ी पवित्र माना जाता है, कहा जाता है कि [[पैग़म्बर मुहम्मद]] के पवित्र बाल 'मोई-ए-मु़कद्दस' के नाम से यहां रखे हुए हैं। इन बालों को आम जनता के लिए कुछ ख़ास मौकों पर ही खोला जाता है और दीदार करवाया जाता है।<ref>{{cite web |url= http://hindi.nativeplanet.com/srinagar/attractions/hazratbal-mosque/|title= हजरतबल मस्जिद, श्रीनगर|accessmonthday= 15 जून|accessyear= 2014|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= नेटिव प्लेनेट|language=हिन्दी}}</ref> | ||
*हज़रतबल मस्जिद को कई अन्य नामों से जाना जाता है, जैसे- हज़रतबल, अस्सार-ए-शरीफ़, मादिनात-ऊस-सेनी और दरगाह शरीफ़ आदि। | *हज़रतबल मस्जिद को कई अन्य नामों से जाना जाता है, जैसे- हज़रतबल, अस्सार-ए-शरीफ़, मादिनात-ऊस-सेनी और दरगाह शरीफ़ आदि। | ||
*इसके समीप ही एक ख़ूबसूरत बगीचा और इश्रातत महल स्थित है, जिसका निर्माण 1623 ई. में सादिक ख़ान द्वारा करवाया गया था। | *इसके समीप ही एक ख़ूबसूरत बगीचा और इश्रातत महल स्थित है, जिसका निर्माण 1623 ई. में सादिक ख़ान द्वारा करवाया गया था। |
13:30, 1 नवम्बर 2014 के समय का अवतरण
जामा मस्जिद | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- जामा मस्जिद |
हज़रतबल मस्जिद श्रीनगर
| |
विवरण | यह मस्जिद श्रीनगर में स्थित प्रसिद्ध डल झील के किनारे स्थित है। |
राज्य | जम्मू और कश्मीर |
ज़िला | श्रीनगर ज़िला |
निर्माता | सादिक खान |
निर्माण काल | 1623 ई. |
ए.टी.एम | लगभग सभी |
गूगल मानचित्र | |
धार्मिक मान्यता | कहा जाता है कि पैग़म्बर मुहम्मद के पवित्र बाल 'मोई-ए-मु़कद्दस' के नाम से यहां रखे हुए हैं। इन बालों को आम जनता के लिए कुछ ख़ास मौकों पर ही खोला जाता है और दीदार करवाया जाता है। |
अन्य जानकारी | हज़रतबल मस्जिद को कई अन्य नामों से जाना जाता है, जैसे- हज़रतबल, अस्सार-ए-शरीफ़, मादिनात-ऊस-सेनी और दरगाह शरीफ़ आदि। |
हज़रतबल मस्जिद अथवा जामा मस्जिद श्रीनगर जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर शहर में स्थित एक ख़ूबसूरत मस्जिद है। यह डल झील के पश्चिमी ओर स्थित है। श्रीनगर में यह मस्जिद मुस्लिमों के लिए एक महत्त्वपूर्ण धार्मिक स्थल है।
- इस मस्जिद में पैग़म्बर मुहम्मद का एक बाल रखा है, ऐसा माना जाता है और यह मस्जिद इसी कारण से विख्यात है।
- मस्जिद श्रीनगर में स्थित प्रसिद्ध डल झील के किनारे पर स्थित है।
- मस्जिद सफ़ेद संगमरमर से बनी हुई है और देखने में हु-ब-हू हिमालय पर्वत की श्रृंखला की पृष्ठभूमि के समान लगती है।
- इस मस्जिद की वास्तुकला मुग़ल और कश्मीरी स्थापत्य शैली का सही मिश्रण है।
- हज़रतबल मस्जिद का निर्माण 17वीं सदी में किया गया था, जिसकी झलक स्पष्ट रूप से मस्जिद की वास्तुकला में दिखती है।
- इसमें आने वाले 'हज़रत' शब्द का अर्थ होता है- 'पवित्र' या 'राजसी' और बाल, कश्मीरी भाषा में एक जगह या एनक्लोज स्पेस का मतलब हज़रत होता है।
- यह धार्मिक स्थल, मुस्लिमों के लिए काफ़ी पवित्र माना जाता है, कहा जाता है कि पैग़म्बर मुहम्मद के पवित्र बाल 'मोई-ए-मु़कद्दस' के नाम से यहां रखे हुए हैं। इन बालों को आम जनता के लिए कुछ ख़ास मौकों पर ही खोला जाता है और दीदार करवाया जाता है।[1]
- हज़रतबल मस्जिद को कई अन्य नामों से जाना जाता है, जैसे- हज़रतबल, अस्सार-ए-शरीफ़, मादिनात-ऊस-सेनी और दरगाह शरीफ़ आदि।
- इसके समीप ही एक ख़ूबसूरत बगीचा और इश्रातत महल स्थित है, जिसका निर्माण 1623 ई. में सादिक ख़ान द्वारा करवाया गया था।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हजरतबल मस्जिद, श्रीनगर (हिन्दी) नेटिव प्लेनेट। अभिगमन तिथि: 15 जून, 2014।