"दुर्गा मंदिर, वाराणसी": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
छो (Text replace - " खास" to " ख़ास")
No edit summary
 
पंक्ति 8: पंक्ति 8:
<references/>
<references/>
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{वाराणसी}}  
{{वाराणसी}} {{उत्तर प्रदेश के धार्मिक स्थल}}
[[Category:हिन्दू मन्दिर]]
[[Category:हिन्दू मन्दिर]]
[[Category:उत्तर प्रदेश]][[Category:वाराणसी]][[Category:उत्तर प्रदेश के धार्मिक स्थल]][[Category:हिन्दू धार्मिक स्थल]][[Category:धार्मिक स्थल कोश]][[Category:पर्यटन कोश]][[Category:हिन्दू धर्म कोश]][[Category:धर्म कोश]]
[[Category:उत्तर प्रदेश]][[Category:वाराणसी]][[Category:उत्तर प्रदेश के धार्मिक स्थल]][[Category:हिन्दू धार्मिक स्थल]][[Category:धार्मिक स्थल कोश]][[Category:पर्यटन कोश]][[Category:हिन्दू धर्म कोश]][[Category:धर्म कोश]]
__INDEX__
__INDEX__
__NOTOC__
__NOTOC__

10:26, 8 नवम्बर 2016 के समय का अवतरण

दुर्गा मंदिर, वाराणसी

दुर्गा मंदिर वाराणसी में स्थित दुर्गाकुण्ड में माँ दुर्गा का भव्य एवं विशाल मंदिर है। जहां हर समय दर्शनार्थियों का आना लगा रहता है। ख़ासकर नवरात्र में तो इस मंदिर का महत्व और बढ़ जाता है। शारदीय नवरात्र के चौथे दिन माँ को कुष्माण्डा माता के रूप में पूजा जाता है। इस दौरान मंदिर को भव्य तरीक़े से सजाया जाता है। मंदिर के चारो ओर लाइटिंग बेहतरीन ढंग से की जाती है। रात को जब मंदिर पर लगी ये लाइटें झिलमिलाते हैं तो अलग ही नज़ारा उभरता है। सावन महीने में भी मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। इस दौरान गीत-संगीत के कार्यक्रम का भी आयोजन मंदिर परिसर में होता है। जिसमें नामचीन संगीत कलाकार भाग लेते हैं। पूरे महीने मेला लगा रहता है। मंदिर के मुख्य द्वार समेत अलग-बगल फूल-माला एवं धार्मिक सामग्रियों की कई दुकानें हैं।[1]



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. मंदिर (हिंदी) काशी कथा। अभिगमन तिथि: 10 जनवरी, 2014।

संबंधित लेख