"किजिल इर्माक": अवतरणों में अंतर
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12:29, 25 अक्टूबर 2017 के समय का अवतरण
किजिल इर्माक तुर्की देश की एक नदी है, जिसका प्राचीन नाम 'हेलिस' था। किजिल इर्माक का शाब्दिक अर्थ है- 'लाल नदी'।
- यह नदी लघु एशिया (एशिया माइनर) की सर्वाधिक लंबी नदी है।
- नदी समुद्र के तल से 6,500 फुट ऊँचे किजिल दाग नामक पर्वत से निकलकर लगभग 500 मील लंबे, टेढ़े-मेढ़े मार्ग से प्रवाहित होती हुई बाफरा के उत्तर में कृष्ण सागर में गिरती है।
- समुद्र में गिरने से पहले यह नदी डेल्टा बनाती है, जिसे 'बफ्रा का मैदान' कहते हैं। यह मैदान कृषि के लिए सुप्रसिद्ध है।
- किजिल इर्माक परिवहन कार्य के लिए सर्वथा अयोग्य है।
- देलिजि ईमाक तथा गेंक, ईमाक, क्रमश: दाईं तथा बाईं ओर से प्रवाहित होने वाली इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ हैं।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ किजिल इर्माक (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 31 मई, 2014।