"फ़ारूक़ अब्दुल्ला": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
 
(2 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 4 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{लेख विस्तार}}
{{सूचना बक्सा राजनीतिज्ञ
[[चित्र:फ़ारूक़ अब्दुल्ला.jpg|thumb|फ़ारूक़ अब्दुल्ला]]
|चित्र=Farooq-Abdullah.jpg
[[लोकसभा]] सांसद फ़ारूक़ अब्दुल्ला सातवीं और पन्द्रहवीं लोकसभा के सदस्य चुने गये।
|चित्र का नाम=फ़ारूक़ अब्दुल्ला
==जन्म==
|पूरा नाम=फ़ारूक़ अब्दुल्ला
[[21 अक्टूबर]], [[1937]]
|अन्य नाम=
==अभिभावक==
|जन्म=[[21 अक्टूबर]], [[1937]]
पिता- शेख मोहम्मद अब्दुल्ला
|जन्म भूमि=[[श्रीनगर]], [[जम्मू और कश्मीर]]
==शिक्षा==
|मृत्यु=
बैचलर ऑफ़ मेडिसिन एण्ड बैचलर ऑफ़ सर्जरी
|मृत्यु स्थान=
==विवाह==  
|मृत्यु कारण=
मोली ई. अब्दुल्ला
|अभिभावक=[[पिता]]- शेख़ मोहम्मद अब्दुल्ला, [[माता]]- अकबर जहां बेगम
==संतान==
|पति/पत्नी=मोली अब्दुल्ला
एक पुत्र और तीन पुत्री
|संतान=पुत्र- उमर अब्दुल्ला, पुत्री- साफिया अब्दुल्ला, हिना अब्दुल्ला, सारा पायलट
==चुनाव क्षेत्र==
|स्मारक=  
चुनाव क्षेत्र [[श्रीनगर]], [[जम्मू और कश्मीर]]
|क़ब्र=  
==पार्टी==
|नागरिकता=भारतीय
जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस
|प्रसिद्धि=राजनीतिज्ञ
==सदस्यता==
|पार्टी=जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस
*मुख्यमंत्री, जम्मू और कश्मीर;
|पद=[[मुख्यमंत्री]], जम्मू-कश्मीर राज्य
*राज्य सभा, [[11 नवम्बर]]-[[2002]];
|कार्य काल=प्रथम- [[8 सितम्बर]], [[1982]] से [[2 जुलाई]], [[1984]]<br />
==निधन==
द्वितीय- [[7 नवम्बर]], [[1986]] से [[19 जनवरी]], [[1990]]<br />
[[25 फ़रवरी]] [[1980]]
तृतीय- [[9 अक्टूबर]], [[1996]] से [[18 अक्टूबर]], [[2002]]
|शिक्षा=बैचलर ऑफ़ मेडिसिन एण्ड बैचलर ऑफ़ सर्जरी
|भाषा=
|विद्यालय=
|जेल यात्रा=
|पुरस्कार-उपाधि=
|विशेष योगदान=
|संबंधित लेख=
|शीर्षक 1=
|पाठ 1=
|शीर्षक 2=
|पाठ 2=
|अन्य जानकारी=[[अगस्त]] [[1981]] में फ़ारूक़ अब्दुल्ला को नेशनल कांफ्रेंस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। उनके पिता शेख अब्दुल्ला एक राष्ट्रीय नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री थे।
|बाहरी कड़ियाँ=
|अद्यतन={{अद्यतन|17:36, 25 दिसम्बर 2019 (IST)}}
}}'''फ़ारूक़ अब्दुल्ला''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Farooq Abdullah'', जन्म- [[21 अक्टूबर]], [[1937]], [[श्रीनगर]], [[जम्मू और कश्मीर]]) [[भारत]] के जम्मू-कश्मीर राज्य के एक प्रसिद्ध राजनेता हैं। वह जम्मू-कश्मीर राज्य के पूर्व [[मुख्यमंत्री]] रह चुके हैं। इसके अलावा वे केंद्र सरकार में नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री भी रह चुके हैं। वह [[शेख़ अब्दुल्ला]] के पुत्र हैं, जो नेशनल कांफ्रेंस पार्टी के दिग्गज नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री थे। उमर अब्दुल्ला फ़ारूक़ अब्दुल्ला के पुत्र हैं। फ़ारूक़ अब्दुल्ला सातवीं और पन्द्रहवीं लोकसभा के सदस्य चुने गये थे।
==परिचय==
फ़ारूक़ अब्दुल्ला का जन्म 21 अक्टूबर, 1937 को भारतीय राज्य जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हुआ था। उनके पिता शेख़ मोहम्मद अब्दुल्ला भी सक्रिय राजनीति में रहे थे। फ़ारूक़ अब्दुल्ला तीन बार जम्मू-कश्मीर राज्य के [[मुख्यमंत्री]] रहे। सबसे पहले [[1982]]-[[1984]] तक, दूसरी बार [[1986]]-[[1990]] तक और तीसरी बार [[1996]]-[[2002]] तक। वह सबसे पहले मुख्यमंत्री अपने पिता की मृत्यु पर बने थे।
==प्रारम्भिक जीवन==
फ़ारूक़ अब्दुल्ला, शेख़ अब्दुल्ला के पुत्र हैं जो कश्मीर के प्रख्यात राष्ट्रवादी नेता थे। उन्होंने [[1930]] तथा [[1940]] के दशक में जम्मू-कश्मीर में सामंत डोगरा शासन को समाप्त करने के लिए लगातार काम किया। फ़ारूक़ अब्दुल्ला की पढ़ाई [[श्रीनगर]] में शेखबाग (लाल चौक) स्थित सी.एम.एस. ट्रायंडले बिस्कोए स्कूल में हुई। उनकी मां का नाम अकबर जहां बेगम था। उन्होंने [[राजस्थान]] के [[जयपुर]] में एस.एम.एस. मेडिकल कॉलेज से एम.बी.बी.एस. की डिग्री लेकर स्नातक की पढ़ाई पूरी की।<ref>{{cite web |url=https://www.itshindi.com/farooq-abdullah.html |title=फारूक अब्दुल्ला-राजनेता|accessmonthday=25 दिसम्बर |accessyear= 2019|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=इट्स हिंदी |language=हिंदी}}</ref>
==राजनीतिक घटनाक्रम==
[[अगस्त]] [[1981]] में फ़ारूक़ अब्दुल्ला को नेशनल कांफ्रेंस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। वह कई बार जम्मू-कश्मीर के [[मुख्यमंत्री]] भी रह चुके हैं। उनके पिता शेख अब्दुल्ला एक राष्ट्रीय नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री थे। पढ़ाई पूरी करने के बाद फ़ारूक़ इंग्लैंड चले गए, जहां डॉक्टर के तौर पर अपनी सेवाएं दीं। यहां उनकी घनिष्ठता एक ब्रिटिश नागरिक नर्स मॉली से हुई, जिससे उन्होंने शादी कर ली। सन [[1987]] में जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने के लिए उन्होंने [[कांग्रेस]] के साथ गठबंधन कर लिया। इस वक्त जम्मू-कश्मीर के लोगों की चिंता के कई कारण थे। बेरोजगारी और आतंकवाद हावी था, जिस पर नियंत्रण करने में फ़ारूक़ अब्दुल्ला असफल साबित हुए। हजारों धार्मिक अल्पसंख्यक घाटी छोड़कर चले गए। इसके बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया। उन पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे।


सन [[1987]] में जब उन्होंने चुनाव में जीत दर्ज की, तब कांग्रेस ने भी उन पर चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया। इस अवधि के दौरान उग्रवाद चरम पर पहुंच गया और प्रशिक्षित उग्रवादियों ने [[भारत]] से [[पाकिस्तान]] तक अपना रास्ता बना लिया। इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री की पुत्री का अपहरण हो गया। इसके चलते अब्दुल्ला सरकार को बर्खास्त कर दिया गया और राज्य में फिर से राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। [[1982]] से [[1984]] के बीच उनके मुख्यमंत्री रहने के दौरान [[राज्यपाल]] जगमोहन ने उन्हें बर्खास्त कर दिया, लेकिन कांग्रेस के साथ बातचीत करके वह [[1986]] में वापस सत्ता में आए। वर्ष [[2002]] में उनकी सरकार चुनाव में मुफ़्ती मोहम्मद सईद के नेतृत्व वाली आई.एन.सी.-पी.डी.पी. गठबंधन से हार गई।
==अच्छे वक्ता==
फ़ारूक़ अब्दुल्ला को एक अच्छे वक्ता के तौर पर भी जाना जाता है। उनकी पार्टी [[भारतीय संविधान]] में [[कश्मीर]] की स्वायत्ता के पक्ष में है तथा नियंत्रण रेखा को अंतर्राष्ट्रीय सीमा निर्धारित करने की वकालत करती है। फ़ारूक़ अब्दुल्ला दिल्ली गोल्फ क्लब, रॉयल स्प्रिंग गोल्फ कोर्स, कश्मीर एंड सेंट एंडयू स्कॉटलैंड गोल्फ क्लब के सदस्य हैं। वह जम्मू-कश्मीर क्रिकेट संघ के भी अध्यक्ष रहे।
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
==बाहरी कड़ियाँ==
*[https://hindi.oneindia.com/politicians/farooq-abdullah-33455.html फारूक अब्दुल्ला, जीवनी]
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री}}
{{जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री}}{{भारतीय राज्यों के मुख्यमंत्री}}
[[Category:राजनीति_कोश]]
[[Category:मुख्यमंत्री]][[Category:जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री]][[Category:जम्मू और कश्मीर]]
[[Category:लोकसभा]]
[[Category:राजनीतिज्ञ]][[Category:राजनेता]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:राजनीति कोश]][[Category:चरित कोश]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश]][[Category:भारतीय राज्यों के मुख्यमंत्रियों की सूची]][[Category:लोकसभा]][[Category:लोकसभा_सांसद]][[Category:सातवीं लोकसभा सांसद]][[Category:पंद्रहवीं लोकसभा सांसद]][[Category:सत्रहवीं लोकसभा सांसद]][[Category:जम्मू और कश्मीर के लोकसभा सांसद]][[Category:राजनीति_कोश]]
[[Category:लोकसभा_सांसद]]
[[Category:सातवीं लोकसभा सांसद]]  
[[Category:पंद्रहवीं लोकसभा सांसद]]
[[Category:जम्मू और कश्मीर के लोकसभा सांसद]]
[[Category:जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री]]
[[Category:मुख्यमंत्री]]
__INDEX__
__INDEX__

09:23, 7 मार्च 2020 के समय का अवतरण

फ़ारूक़ अब्दुल्ला
फ़ारूक़ अब्दुल्ला
फ़ारूक़ अब्दुल्ला
पूरा नाम फ़ारूक़ अब्दुल्ला
जन्म 21 अक्टूबर, 1937
जन्म भूमि श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर
अभिभावक पिता- शेख़ मोहम्मद अब्दुल्ला, माता- अकबर जहां बेगम
पति/पत्नी मोली अब्दुल्ला
संतान पुत्र- उमर अब्दुल्ला, पुत्री- साफिया अब्दुल्ला, हिना अब्दुल्ला, सारा पायलट
नागरिकता भारतीय
प्रसिद्धि राजनीतिज्ञ
पार्टी जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस
पद मुख्यमंत्री, जम्मू-कश्मीर राज्य
कार्य काल प्रथम- 8 सितम्बर, 1982 से 2 जुलाई, 1984

द्वितीय- 7 नवम्बर, 1986 से 19 जनवरी, 1990
तृतीय- 9 अक्टूबर, 1996 से 18 अक्टूबर, 2002

शिक्षा बैचलर ऑफ़ मेडिसिन एण्ड बैचलर ऑफ़ सर्जरी
अन्य जानकारी अगस्त 1981 में फ़ारूक़ अब्दुल्ला को नेशनल कांफ्रेंस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। उनके पिता शेख अब्दुल्ला एक राष्ट्रीय नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री थे।
अद्यतन‎

फ़ारूक़ अब्दुल्ला (अंग्रेज़ी: Farooq Abdullah, जन्म- 21 अक्टूबर, 1937, श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर) भारत के जम्मू-कश्मीर राज्य के एक प्रसिद्ध राजनेता हैं। वह जम्मू-कश्मीर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा वे केंद्र सरकार में नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री भी रह चुके हैं। वह शेख़ अब्दुल्ला के पुत्र हैं, जो नेशनल कांफ्रेंस पार्टी के दिग्गज नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री थे। उमर अब्दुल्ला फ़ारूक़ अब्दुल्ला के पुत्र हैं। फ़ारूक़ अब्दुल्ला सातवीं और पन्द्रहवीं लोकसभा के सदस्य चुने गये थे।

परिचय

फ़ारूक़ अब्दुल्ला का जन्म 21 अक्टूबर, 1937 को भारतीय राज्य जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हुआ था। उनके पिता शेख़ मोहम्मद अब्दुल्ला भी सक्रिय राजनीति में रहे थे। फ़ारूक़ अब्दुल्ला तीन बार जम्मू-कश्मीर राज्य के मुख्यमंत्री रहे। सबसे पहले 1982-1984 तक, दूसरी बार 1986-1990 तक और तीसरी बार 1996-2002 तक। वह सबसे पहले मुख्यमंत्री अपने पिता की मृत्यु पर बने थे।

प्रारम्भिक जीवन

फ़ारूक़ अब्दुल्ला, शेख़ अब्दुल्ला के पुत्र हैं जो कश्मीर के प्रख्यात राष्ट्रवादी नेता थे। उन्होंने 1930 तथा 1940 के दशक में जम्मू-कश्मीर में सामंत डोगरा शासन को समाप्त करने के लिए लगातार काम किया। फ़ारूक़ अब्दुल्ला की पढ़ाई श्रीनगर में शेखबाग (लाल चौक) स्थित सी.एम.एस. ट्रायंडले बिस्कोए स्कूल में हुई। उनकी मां का नाम अकबर जहां बेगम था। उन्होंने राजस्थान के जयपुर में एस.एम.एस. मेडिकल कॉलेज से एम.बी.बी.एस. की डिग्री लेकर स्नातक की पढ़ाई पूरी की।[1]

राजनीतिक घटनाक्रम

अगस्त 1981 में फ़ारूक़ अब्दुल्ला को नेशनल कांफ्रेंस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। वह कई बार जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। उनके पिता शेख अब्दुल्ला एक राष्ट्रीय नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री थे। पढ़ाई पूरी करने के बाद फ़ारूक़ इंग्लैंड चले गए, जहां डॉक्टर के तौर पर अपनी सेवाएं दीं। यहां उनकी घनिष्ठता एक ब्रिटिश नागरिक नर्स मॉली से हुई, जिससे उन्होंने शादी कर ली। सन 1987 में जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने के लिए उन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन कर लिया। इस वक्त जम्मू-कश्मीर के लोगों की चिंता के कई कारण थे। बेरोजगारी और आतंकवाद हावी था, जिस पर नियंत्रण करने में फ़ारूक़ अब्दुल्ला असफल साबित हुए। हजारों धार्मिक अल्पसंख्यक घाटी छोड़कर चले गए। इसके बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया। उन पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे।

सन 1987 में जब उन्होंने चुनाव में जीत दर्ज की, तब कांग्रेस ने भी उन पर चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया। इस अवधि के दौरान उग्रवाद चरम पर पहुंच गया और प्रशिक्षित उग्रवादियों ने भारत से पाकिस्तान तक अपना रास्ता बना लिया। इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री की पुत्री का अपहरण हो गया। इसके चलते अब्दुल्ला सरकार को बर्खास्त कर दिया गया और राज्य में फिर से राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। 1982 से 1984 के बीच उनके मुख्यमंत्री रहने के दौरान राज्यपाल जगमोहन ने उन्हें बर्खास्त कर दिया, लेकिन कांग्रेस के साथ बातचीत करके वह 1986 में वापस सत्ता में आए। वर्ष 2002 में उनकी सरकार चुनाव में मुफ़्ती मोहम्मद सईद के नेतृत्व वाली आई.एन.सी.-पी.डी.पी. गठबंधन से हार गई।

अच्छे वक्ता

फ़ारूक़ अब्दुल्ला को एक अच्छे वक्ता के तौर पर भी जाना जाता है। उनकी पार्टी भारतीय संविधान में कश्मीर की स्वायत्ता के पक्ष में है तथा नियंत्रण रेखा को अंतर्राष्ट्रीय सीमा निर्धारित करने की वकालत करती है। फ़ारूक़ अब्दुल्ला दिल्ली गोल्फ क्लब, रॉयल स्प्रिंग गोल्फ कोर्स, कश्मीर एंड सेंट एंडयू स्कॉटलैंड गोल्फ क्लब के सदस्य हैं। वह जम्मू-कश्मीर क्रिकेट संघ के भी अध्यक्ष रहे।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. फारूक अब्दुल्ला-राजनेता (हिंदी) इट्स हिंदी। अभिगमन तिथि: 25 दिसम्बर, 2019।

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

भारतीय राज्यों में पदस्थ मुख्यमंत्री
क्रमांक राज्य मुख्यमंत्री तस्वीर पार्टी पदभार ग्रहण
1. अरुणाचल प्रदेश पेमा खांडू
भाजपा 17 जुलाई, 2016
2. असम हिमंता बिस्वा सरमा
भाजपा 10 मई, 2021
3. आंध्र प्रदेश वाई एस जगनमोहन रेड्डी
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी 30 मई, 2019
4. उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ
भाजपा 19 मार्च, 2017
5. उत्तराखण्ड पुष्कर सिंह धामी
भाजपा 4 जुलाई, 2021
6. ओडिशा नवीन पटनायक
बीजू जनता दल 5 मार्च, 2000
7. कर्नाटक सिद्धारमैया
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 20 मई, 2023
8. केरल पिनाराई विजयन
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी 25 मई, 2016
9. गुजरात भूपेन्द्र पटेल
भाजपा 12 सितम्बर, 2021
10. गोवा प्रमोद सावंत
भाजपा 19 मार्च, 2019
11. छत्तीसगढ़ विष्णु देव साय
भारतीय जनता पार्टी 13 दिसम्बर, 2023
12. जम्मू-कश्मीर रिक्त (राज्यपाल शासन) लागू नहीं 20 जून, 2018
13. झारखण्ड हेमन्त सोरेन
झारखंड मुक्ति मोर्चा 29 दिसम्बर, 2019
14. तमिल नाडु एम. के. स्टालिन
द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम 7 मई, 2021
15. त्रिपुरा माणिक साहा
भाजपा 15 मई, 2022
16. तेलंगाना अनुमुला रेवंत रेड्डी
भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस 7 दिसंबर, 2023
17. दिल्ली अरविन्द केजरीवाल
आप 14 फ़रवरी, 2015
18. नागालैण्ड नेफियू रियो
एनडीपीपी 8 मार्च, 2018
19. पंजाब भगवंत मान
आम आदमी पार्टी 16 मार्च, 2022
20. पश्चिम बंगाल ममता बनर्जी
तृणमूल कांग्रेस 20 मई, 2011
21. पुदुचेरी एन. रंगास्वामी
कांग्रेस 7 मई, 2021
22. बिहार नितीश कुमार
जदयू 27 जुलाई, 2017
23. मणिपुर एन. बीरेन सिंह
भाजपा 15 मार्च, 2017
24. मध्य प्रदेश मोहन यादव
भाजपा 13 दिसंबर, 2023
25. महाराष्ट्र एकनाथ शिंदे
शिव सेना 30 जून, 2022
26. मिज़ोरम लालदुहोमा
जोरम पीपल्स मूवमेंट 8 दिसम्बर, 2023
27. मेघालय कॉनराड संगमा
एनपीपी 6 मार्च, 2018
28. राजस्थान भजन लाल शर्मा
भारतीय जनता पार्टी 15 दिसम्बर, 2023
29. सिक्किम प्रेम सिंह तमांग
सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा 27 मई, 2019
30. हरियाणा नायब सिंह सैनी
भाजपा 12 मार्च, 2024
31. हिमाचल प्रदेश सुखविंदर सिंह सुक्खू
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 11 दिसम्बर, 2022