"कला-संस्कृति और धर्म सामान्य ज्ञान 221": अवतरणों में अंतर
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{किस स्थापत्यविद ने 'शहीद स्मारक' का निर्माण किया? | {किस स्थापत्यविद ने 'शहीद स्मारक' का निर्माण किया? | ||
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-[[राम वी. सुतार]] | -[[राम वी. सुतार]] | ||
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||[[रबीन्द्रनाथ टैगोर]] कवि, नाटककार, [[उपन्यासकार]], संगीतज्ञ, [[अभिनेता]], विचारक, दार्शनिक एवं चित्रकार विधाओं में पारंगत थे। उनकी पहचान [[मूर्तिकार]] के रूप में नहीं है।{{point}} '''अधिक जानकारी के लिए देखें-:''' [[रबीन्द्रनाथ टैगोर]] | ||[[रबीन्द्रनाथ टैगोर]] कवि, नाटककार, [[उपन्यासकार]], संगीतज्ञ, [[अभिनेता]], विचारक, दार्शनिक एवं चित्रकार विधाओं में पारंगत थे। उनकी पहचान [[मूर्तिकार]] के रूप में नहीं है।{{point}} '''अधिक जानकारी के लिए देखें-:''' [[रबीन्द्रनाथ टैगोर]] | ||
{ | {जोसेफ़ मैलॉर्ड विलियम टर्नर किस वाद के कलाकार हैं? | ||
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+प्रभाववाद | +[[प्रभाववाद]] | ||
-अभिव्यंजनावाद | -[[अभिव्यंजनावाद]] | ||
-यथार्थवाद | -[[यथार्थवाद]] | ||
-अतियथार्थवाद | -[[अतियथार्थवाद]] | ||
||[[इंग्लैंड]] के भू-दृश्य (लैंडस्केप) [[चित्रकार|चित्रकारों]] में जोसेफ़ मैलॉर्ड विलियम टर्नर (1775-1851 ई.) को अद्भुत प्रतिभाशाली एवं संयमी कलाकार माना जाता है। उनका कार्य प्रभाववादियों के लिए एक रोमांटिक प्रस्तावना के रूप में जाना जाता है। वह अपने तैल चित्रों के लिए प्रसिद्ध थे। वर्ष 1839 में उनके द्वारा चित्रित चित्र 'द फाइटिंग टेंपरेरी' तैलीय माध्यम में बनी हुई है। वह ब्रिटिश वाटरकलर लैंडस्केप चित्रकारी के महानतम पुरोधा भी थे। टर्नर ने अपनी कला के द्वारा प्रकाश का प्रयोग विकसित किया। | ||[[इंग्लैंड]] के भू-दृश्य (लैंडस्केप) [[चित्रकार|चित्रकारों]] में जोसेफ़ मैलॉर्ड विलियम टर्नर (1775-1851 ई.) को अद्भुत प्रतिभाशाली एवं संयमी कलाकार माना जाता है। उनका कार्य प्रभाववादियों के लिए एक रोमांटिक प्रस्तावना के रूप में जाना जाता है। वह अपने तैल चित्रों के लिए प्रसिद्ध थे। वर्ष 1839 में उनके द्वारा चित्रित चित्र 'द फाइटिंग टेंपरेरी' तैलीय माध्यम में बनी हुई है। वह ब्रिटिश वाटरकलर लैंडस्केप चित्रकारी के महानतम पुरोधा भी थे। टर्नर ने अपनी [[कला]] के द्वारा [[प्रकाश]] का प्रयोग विकसित किया। | ||
{'ययाति' चित्रों की एक | {'ययाति' चित्रों की एक श्रृंखला है, जो किनके द्वारा बनाई गई हैं? | ||
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-[[नन्दलाल बोस]] | -[[नन्दलाल बोस]] | ||
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+[[ए. रामचंद्रन|रामचंद्रन नायर]] | +[[ए. रामचंद्रन|रामचंद्रन नायर]] | ||
-[[बिशनदास]] | -[[बिशनदास]] | ||
||'ययाति' चित्रों की | ||'ययाति' चित्रों की श्रृंखला अच्युतन रामचंद्रन नायर द्वारा बनाई गई है।{{point}} '''अधिक जानकारी के लिए देखें-:''' [[ए. रामचंद्रन]] | ||
{इनमें से [[संयुक्त राष्ट्र संघ]] की वह कौन-सी संस्था है, जो [[कला]] एवं [[संस्कृति]] को बढ़ावा देती है? | {इनमें से [[संयुक्त राष्ट्र संघ]] की वह कौन-सी संस्था है, जो [[कला]] एवं [[संस्कृति]] को बढ़ावा देती है? | ||
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-यूनेव | -यूनेव | ||
-[[यूनिसेफ़]] | -[[यूनिसेफ़]] | ||
-यूनीडो | -[[यूनीडो]] | ||
+[[यूनेस्को]] | +[[यूनेस्को]] | ||
||यूनेस्को- (UNESCO-United Nations Educational Scientific and Cultural Organization) संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन का संक्षिप्त रूप है। [[संयुक्त राष्ट्र]] की यह संस्था शिक्षा, प्रकृति तथा समाज विज्ञान, संस्कृति तथा संचार के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय शांति को बढ़ावा देती है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[यूनेस्को]] | ||यूनेस्को- (UNESCO-United Nations Educational Scientific and Cultural Organization) संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन का संक्षिप्त रूप है। [[संयुक्त राष्ट्र]] की यह संस्था शिक्षा, प्रकृति तथा समाज विज्ञान, संस्कृति तथा संचार के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय शांति को बढ़ावा देती है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[यूनेस्को]] |
11:07, 9 फ़रवरी 2021 के समय का अवतरण
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- इस विषय से संबंधित लेख पढ़ें:- कला प्रांगण, कला कोश, संस्कृति प्रांगण, संस्कृति कोश, धर्म प्रांगण, धर्म कोश
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