"अंक 7": अवतरणों में अंतर
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सभी अंकों का अपना महत्व है किन्तु "7" अंक की महत्ता प्राचीन काल से ही | {{सूचना बक्सा संक्षिप्त परिचय | ||
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सभी अंकों का अपना महत्व है किन्तु "7" अंक की महत्ता प्राचीन काल से ही महत्त्वपूर्ण है। अंक 7 को एक भाग्यशाली अंक के रूप में जाना जाता है। यदि आपसे 1 से 10 के बीच का एक नंबर चुनने को कहा जाए तो किसे चुनेंगे? मनोवैज्ञानिक शोध कहते हैं कि ज्यादातर लोगों का जवाब 7 होता है। आम समाज में कोई न बहुत नीचे रहना चाहता है, न सबसे ऊपर। परीक्षा में सौ फीसदी अंक कम आते हैं, जबकि 70-80 फीसदी सर्वाधिक। इसका अर्थ है आप औसत से कुछ ऊपर की योग्यता रखते हैं। यह है मनोविज्ञान की बात, लेकिन अंक सात कई वजहों से ख़ास है, जानिए क्यों। | |||
==इन्द्रधनुष के सात रंग== | ==इन्द्रधनुष के सात रंग== | ||
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===सात समुद्र (महासागर)=== | ===सात समुद्र (महासागर)=== | ||
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फ़िल्म 'तकदीर' का गीत सात समंदर पार से, गुडियों के | फ़िल्म 'तकदीर' का गीत सात समंदर पार से, गुडियों के बाज़ार से अच्छी-सी गुडिया लाना.. पापा जल्दी आ जाना.. सुपरहिट हुआ। रुडयार्ड किपलिंग ने [[1896]] में 'दि सेवन सीज' नामक कविताओं की श्रृंखला रची थी, जिसे उन्होंने [[मुंबई]] को समर्पित किया। ये 7 [[समुद्र]] हैं : उत्तरी प्रशांत महासागर, दक्षिणी प्रशांत महासागर, उत्तरी अटलांटिक महासागर, दक्षिणी अटलांटिक महासागर, [[हिंद महासागर]], दक्षिणी महासागर और [[आर्कटिक महासागर]]। | ||
===सप्ताह के सात दिन=== | ===सप्ताह के सात दिन=== | ||
आधुनिक काल में [[सप्ताह]] को 7 दिन में बांटा गया है, जबकि प्राचीन समय में 3 से 8 दिन का हफ्ता माना जाता था। इसमें | आधुनिक काल में [[सप्ताह]] को 7 दिन में बांटा गया है, जबकि प्राचीन समय में 3 से 8 दिन का हफ्ता माना जाता था। इसमें बाज़ार के समीकरण फिट नहीं बैठते थे। रोम में पहली बार 7 दिन का सप्ताह बनाया गया। 7 दिन के नाम [[सूर्य]], [[चंद्रमा]] सहित पांच अन्य ग्रहों [[मंगल ग्रह|मंगल]], [[बुध ग्रह|बुध]], [[बृहस्पति ग्रह|बृहस्पति]], [[शुक्र ग्रह|शुक्र]], [[शनि ग्रह|शनि]] के नाम पर रखे गए। | ||
भारतीय काल गणना में सप्ताह को सात वारों (दिनों) में बाँटा गया है। सप्ताह सात दिन - [[सोमवार]], [[मंगलवार]], [[बुधवार]], [[गुरुवार]], [[शुक्रवार]], [[शनिवार]], [[रविवार]]। | भारतीय काल गणना में सप्ताह को सात वारों (दिनों) में बाँटा गया है। सप्ताह सात दिन - [[सोमवार]], [[मंगलवार]], [[बुधवार]], [[गुरुवार]], [[शुक्रवार]], [[शनिवार]], [[रविवार]]। | ||
===सात सद्गुण और सात दुर्गुण=== | ===सात सद्गुण और सात दुर्गुण=== | ||
मनुष्य के 7 सद्गुणों को दो भागों में बांटा गया है। पहले चार ग्रीक समाज के हैं, जिन्हें हम हर समाज पर लागू कर सकते हैं-विवेक, न्याय, संयम, साहस, जबकि 3 धार्मिक सद्गुण ईसाई धर्म से लिए गए हैं - दयालुता, विश्वास, आशा। | मनुष्य के 7 सद्गुणों को दो भागों में बांटा गया है। पहले चार ग्रीक समाज के हैं, जिन्हें हम हर समाज पर लागू कर सकते हैं-विवेक, न्याय, संयम, साहस, जबकि 3 धार्मिक सद्गुण ईसाई धर्म से लिए गए हैं - दयालुता, विश्वास, आशा। | ||
* | * महान् दार्शनिक दांते की रचना दि डिवाइन कॉमेडी के अनुसार ये सद्गुण-दुर्गुण हैं : | ||
;सात सद्गुण | ;सात सद्गुण | ||
विनम्रता, उदारता (प्रशंसा), क्षमाशीलता, परिश्रम, दयालुता, संयम, पवित्रता | विनम्रता, उदारता (प्रशंसा), क्षमाशीलता, परिश्रम, दयालुता, संयम, पवित्रता | ||
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ईष्र्या, क्रोध, आलस्य, लालच, भोग, आसक्ति, कामुकता | ईष्र्या, क्रोध, आलस्य, लालच, भोग, आसक्ति, कामुकता | ||
===सेवन इयर इच=== | ===सेवन इयर इच=== | ||
इस मुहावरे को 1899 में गढ़ा गया था। माना गया कि [[विवाह]] के सात वर्ष के उपरांत दांपत्य में नीरसता आ जाती है। मशहूर एक्ट्रैस मर्लिन मुनरो की | इस मुहावरे को 1899 में गढ़ा गया था। माना गया कि [[विवाह]] के सात वर्ष के उपरांत दांपत्य में नीरसता आ जाती है। मशहूर एक्ट्रैस मर्लिन मुनरो की फ़िल्म सेवन इयर इच काफ़ी चर्चित रही। हालांकि दांपत्य में नीरसता का यह समय अब दस वर्ष कर दिया गया है। | ||
===क्या आप जानते हैं=== | ===क्या आप जानते हैं=== | ||
* ह्वयू.एस. वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार मनुष्य के सोने की अवधि आम तौर पर 7 घंटा है। | * ह्वयू.एस. वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार मनुष्य के सोने की अवधि आम तौर पर 7 घंटा है। | ||
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===सात अंक के कुछ जाने माने महत्व=== | ===सात अंक के कुछ जाने माने महत्व=== | ||
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* 7 ग्रह (9 ग्रहों में राहु और केतु का अस्तित्व नहीं हैं) - क़रीब 1800 ईसा पूर्व के इतिहास में भी अंक सात को वर्णन मिलता है। जिसमें [[सौर मण्डल]] में सात ग्रहों का | * 7 ग्रह (9 ग्रहों में राहु और केतु का अस्तित्व नहीं हैं) - क़रीब 1800 ईसा पूर्व के इतिहास में भी अंक सात को वर्णन मिलता है। जिसमें [[सौर मण्डल]] में सात ग्रहों का ज़िक्र किया गया है। | ||
* 7 घोड़े सूर्य के रथ के | * 7 घोड़े सूर्य के रथ के | ||
* 7 दिनों में संसार की रचना - सभी धर्मों में अंक सात को जड़ अंक माना जाता है। क्योंकि ईश्वर ने संसार की रचना सात दिनों के भीतर की थी। | * 7 दिनों में संसार की रचना - सभी धर्मों में अंक सात को जड़ अंक माना जाता है। क्योंकि ईश्वर ने संसार की रचना सात दिनों के भीतर की थी। | ||
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* 7 ताल ([[नैनीताल]], भीमताल, नौकुचियां ताल, राम ताल, सीता ताल, लक्ष्मण ताल और सात ताल) | * 7 ताल ([[नैनीताल]], भीमताल, नौकुचियां ताल, राम ताल, सीता ताल, लक्ष्मण ताल और सात ताल) | ||
* स्नान के भी सात प्रकार - मन्त्र स्नान, मौन स्नान, अग्नि स्नान, वायव्य स्नान, दिव्य स्नान, मसग स्नान और मानसिक स्नान। | * स्नान के भी सात प्रकार - मन्त्र स्नान, मौन स्नान, अग्नि स्नान, वायव्य स्नान, दिव्य स्नान, मसग स्नान और मानसिक स्नान। | ||
* सात लोक | * सात लोक अर्थात् - भू:, भुव:, स्व:, मह:, जन, जप और तप। | ||
* सुबह सवेरे सात पदार्थों के दर्शन। | * सुबह सवेरे सात पदार्थों के दर्शन। | ||
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* [[अयोध्या]], [[मथुरा]], माया ([[हरिद्वार]]), [[काशी]], [[कांचीपुरम]], [[अवन्तिका]] ([[उज्जैन]]) एवं [[द्वारिका]] को 7 पवित्रतम पुरियों की संज्ञा दी गयी है। | * [[अयोध्या]], [[मथुरा]], माया ([[हरिद्वार]]), [[काशी]], [[कांचीपुरम]], [[अवन्तिका]] ([[उज्जैन]]) एवं [[द्वारिका]] को 7 पवित्रतम पुरियों की संज्ञा दी गयी है। | ||
* [[शिव पुराण]] की रचनाओं को 7 खण्डों में बाँटा गया है तथा वेद ज्ञान के प्रथम प्रवक्ता के रूप में भी व्यास, भेल, कण्व, विशश्ठ, सुश्रुत, ऋतुपर्ण और जैमिनी इन 7 ऋषियों का नाम आता है। ऋषियों को 7 श्रेणियों में बाँटा गया है ब्रम्हर्षि, देवर्षि, महर्षि, परमर्षि, काण्डर्षि, ऋतुर्षि तथा राजर्षि। | * [[शिव पुराण]] की रचनाओं को 7 खण्डों में बाँटा गया है तथा वेद ज्ञान के प्रथम प्रवक्ता के रूप में भी व्यास, भेल, कण्व, विशश्ठ, सुश्रुत, ऋतुपर्ण और जैमिनी इन 7 ऋषियों का नाम आता है। ऋषियों को 7 श्रेणियों में बाँटा गया है ब्रम्हर्षि, देवर्षि, महर्षि, परमर्षि, काण्डर्षि, ऋतुर्षि तथा राजर्षि। | ||
* [[आकाश]] में जो सप्तर्षि मण्डल नज़र आता है वे सप्तर्षि | * [[आकाश]] में जो सप्तर्षि मण्डल नज़र आता है वे सप्तर्षि ब्रह्मा के मानस पुत्र कहलाते हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं - [[मरीचि]], [[अंगिरा]], [[अत्रि]], पुलद, केतु, [[पुलस्त्य]] और [[वसिष्ठ]]। | ||
* [[पृथ्वी]] को भी [[पुराण|पुराणों]] में जम्बू, शाक, कुश, क्रोग्य, शाल्मलि, गोमेद एवं पुष्कर इन 7 दीपों में बाँटा गया है। | * [[पृथ्वी]] को भी [[पुराण|पुराणों]] में जम्बू, शाक, कुश, क्रोग्य, शाल्मलि, गोमेद एवं पुष्कर इन 7 दीपों में बाँटा गया है। | ||
* तंत्र ग्रन्थों में भी [[वेद]], [[वैष्णव]], [[शैव]], अक्षिण, बाम, सिद्धान्त एवं कुल ये 7 आचार बताये गये हैं। | * तंत्र ग्रन्थों में भी [[वेद]], [[वैष्णव]], [[शैव]], अक्षिण, बाम, सिद्धान्त एवं कुल ये 7 आचार बताये गये हैं। | ||
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* विश्व के [[महाद्वीप|महाद्वीपों]] की बात करे तो इनको भी 7 महाद्वीपों में बाँटा गया है जिनमें [[अफ़्रीका महाद्वीप|अफ़्रीका]], [[उत्तरी अमेरिका महाद्वीप|अमेरिका उत्तर]], [[दक्षिण अमेरिका महाद्वीप|अमेरिका दक्षिण]], [[आस्ट्रेलिया]], [[एशिया]], [[अंटार्कटिका महाद्वीप|अंटार्कटिका]] एवं [[यूरोप]]। | * विश्व के [[महाद्वीप|महाद्वीपों]] की बात करे तो इनको भी 7 महाद्वीपों में बाँटा गया है जिनमें [[अफ़्रीका महाद्वीप|अफ़्रीका]], [[उत्तरी अमेरिका महाद्वीप|अमेरिका उत्तर]], [[दक्षिण अमेरिका महाद्वीप|अमेरिका दक्षिण]], [[आस्ट्रेलिया]], [[एशिया]], [[अंटार्कटिका महाद्वीप|अंटार्कटिका]] एवं [[यूरोप]]। | ||
* भारतीय [[शास्त्रीय नृत्य]] को भी 7 श्रेणियों में रखा गया है [[ओडिसी नृत्य|ओडिसी]], [[कत्थक नृत्य|कत्थक]], [[कथकली नृत्य|कथकली]], [[कुची पुडी नृत्य|कुचीपुड़ी]], [[भरतनाट्यम नृत्य|भरत नाट्यम]], [[मणिपुरी नृत्य|मणिपुरी]] एवं [[मोहिनीअट्टम नृत्य|मोहिनी अट्टम]] ये सात नृत्य हैं। | * भारतीय [[शास्त्रीय नृत्य]] को भी 7 श्रेणियों में रखा गया है [[ओडिसी नृत्य|ओडिसी]], [[कत्थक नृत्य|कत्थक]], [[कथकली नृत्य|कथकली]], [[कुची पुडी नृत्य|कुचीपुड़ी]], [[भरतनाट्यम नृत्य|भरत नाट्यम]], [[मणिपुरी नृत्य|मणिपुरी]] एवं [[मोहिनीअट्टम नृत्य|मोहिनी अट्टम]] ये सात नृत्य हैं। | ||
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08:58, 14 फ़रवरी 2021 के समय का अवतरण
अंक 7
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विवरण | अंक 7 को एक भाग्यशाली अंक के रूप में जाना जाता है। |
हिंदी | सात |
अंग्रेज़ी | Seven |
रोमन | VII |
महत्त्व | संगीत के स्वर- 7; इंद्रधनुष में रंग- 7; विश्व के आश्चर्य- 7; सागरों की संख्या- 7; सप्ताह के दिन- 7 |
संबंधित लेख | 18, 786 |
अन्य जानकारी | ह्वयू.एस. वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार मनुष्य के सोने की अवधि आम तौर पर 7 घंटा है। |
सभी अंकों का अपना महत्व है किन्तु "7" अंक की महत्ता प्राचीन काल से ही महत्त्वपूर्ण है। अंक 7 को एक भाग्यशाली अंक के रूप में जाना जाता है। यदि आपसे 1 से 10 के बीच का एक नंबर चुनने को कहा जाए तो किसे चुनेंगे? मनोवैज्ञानिक शोध कहते हैं कि ज्यादातर लोगों का जवाब 7 होता है। आम समाज में कोई न बहुत नीचे रहना चाहता है, न सबसे ऊपर। परीक्षा में सौ फीसदी अंक कम आते हैं, जबकि 70-80 फीसदी सर्वाधिक। इसका अर्थ है आप औसत से कुछ ऊपर की योग्यता रखते हैं। यह है मनोविज्ञान की बात, लेकिन अंक सात कई वजहों से ख़ास है, जानिए क्यों।
इन्द्रधनुष के सात रंग
बारिश के बाद सूर्य का प्रकाश (धूप) आने पर कई बार आसमान में रंगों का प्रतिबिंब दिखाई देता है। इसके बाहरी हिस्से में लाल, भीतरी हिस्से में बैंगनी रंग दिखता है। कभी-कभी एक इंद्रधनुष के पीछे दूसरा भी नज़र आता है, जिसमें रंगों का क्रम उलट जाता है। लाल-बैगनी के अलावा इंद्रधनुष के अन्य रंग हैं, नारंगी, पीला, हरा, नीला और इंडिगो। थॉमस यंग ने 1804 में इंद्रधनुष को सबसे पहले परिभाषित किया था।
संगीत के सात स्वर
सात स्वरों यानी संगीत से कौन परिचित नहीं होगा और 7 स्वरों में प्रत्येक ध्वनि तथा ब्रम्हाण्ड का संगीत समाया हुआ है।
स्वर | पूरा नाम | आधार (पशु-पक्षी) | चित्र |
---|---|---|---|
सा | षड्ज | मोर | |
रे | रिषभ | वृषभ | |
ग | गांधार | बकरी | |
म | मध्यम | फाख्ता/बगुला | |
प | पंचम | कोयल / पपीहा | |
ध | धेवत | घोड़ा | |
नी | निषाद | हाथी |
विश्व के सात आश्चर्य
प्राचीन आश्चर्यो में मिस्र में गिजा के विशाल पिरामिड, बेबीलोन के हैंगिंग गार्डन, ओलंपिया में ज्यूइस की मूर्ति, आर्टिमिस का मंदिर, रोडस का कॅलसस, एलेक्जेंड्रिया का लाइट हाउस और हलीकार्नसस का मॉसोलियम है। यूनेस्को की नई सूची में मैक्सिको का चेचेन इत्जा, रियो डि जेनेरियो (ब्राजील) का क्राइस्ट दि रीडीमर, रोम (इटली) जोर्डन का पेट्रा, आगरा का ताजमहल इसमें शामिल किया गया है।
सात समुद्र (महासागर)
फ़िल्म 'तकदीर' का गीत सात समंदर पार से, गुडियों के बाज़ार से अच्छी-सी गुडिया लाना.. पापा जल्दी आ जाना.. सुपरहिट हुआ। रुडयार्ड किपलिंग ने 1896 में 'दि सेवन सीज' नामक कविताओं की श्रृंखला रची थी, जिसे उन्होंने मुंबई को समर्पित किया। ये 7 समुद्र हैं : उत्तरी प्रशांत महासागर, दक्षिणी प्रशांत महासागर, उत्तरी अटलांटिक महासागर, दक्षिणी अटलांटिक महासागर, हिंद महासागर, दक्षिणी महासागर और आर्कटिक महासागर।
सप्ताह के सात दिन
आधुनिक काल में सप्ताह को 7 दिन में बांटा गया है, जबकि प्राचीन समय में 3 से 8 दिन का हफ्ता माना जाता था। इसमें बाज़ार के समीकरण फिट नहीं बैठते थे। रोम में पहली बार 7 दिन का सप्ताह बनाया गया। 7 दिन के नाम सूर्य, चंद्रमा सहित पांच अन्य ग्रहों मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि के नाम पर रखे गए। भारतीय काल गणना में सप्ताह को सात वारों (दिनों) में बाँटा गया है। सप्ताह सात दिन - सोमवार, मंगलवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार, रविवार।
सात सद्गुण और सात दुर्गुण
मनुष्य के 7 सद्गुणों को दो भागों में बांटा गया है। पहले चार ग्रीक समाज के हैं, जिन्हें हम हर समाज पर लागू कर सकते हैं-विवेक, न्याय, संयम, साहस, जबकि 3 धार्मिक सद्गुण ईसाई धर्म से लिए गए हैं - दयालुता, विश्वास, आशा।
- महान् दार्शनिक दांते की रचना दि डिवाइन कॉमेडी के अनुसार ये सद्गुण-दुर्गुण हैं :
- सात सद्गुण
विनम्रता, उदारता (प्रशंसा), क्षमाशीलता, परिश्रम, दयालुता, संयम, पवित्रता
- सात दुर्गुण
ईष्र्या, क्रोध, आलस्य, लालच, भोग, आसक्ति, कामुकता
सेवन इयर इच
इस मुहावरे को 1899 में गढ़ा गया था। माना गया कि विवाह के सात वर्ष के उपरांत दांपत्य में नीरसता आ जाती है। मशहूर एक्ट्रैस मर्लिन मुनरो की फ़िल्म सेवन इयर इच काफ़ी चर्चित रही। हालांकि दांपत्य में नीरसता का यह समय अब दस वर्ष कर दिया गया है।
क्या आप जानते हैं
- ह्वयू.एस. वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार मनुष्य के सोने की अवधि आम तौर पर 7 घंटा है।
- नेटबॉल, हैंडबॉल और वाटर पोलो में हमेशा 7 खिलाडी होते हैं।
- जेम्स बॉन्ड का सीक्रेट नंबर है 007।
सात अंक के कुछ जाने माने महत्व
- 7 ग्रह (9 ग्रहों में राहु और केतु का अस्तित्व नहीं हैं) - क़रीब 1800 ईसा पूर्व के इतिहास में भी अंक सात को वर्णन मिलता है। जिसमें सौर मण्डल में सात ग्रहों का ज़िक्र किया गया है।
- 7 घोड़े सूर्य के रथ के
- 7 दिनों में संसार की रचना - सभी धर्मों में अंक सात को जड़ अंक माना जाता है। क्योंकि ईश्वर ने संसार की रचना सात दिनों के भीतर की थी।
- 7 परिक्रमा
- 7 गुण (विश्वास, आशा, दान, निग्रह, धैर्य, न्याय, त्याग)
- 7 पाप (अभिमान, लोभ, क्रोध, वासना, ईर्ष्या, आलस्य, अति भोजन)
- 7 उपहार आत्मा के (विवेक, प्रज्ञा, उपदेश, भक्ति, ज्ञान, शक्ति, ईश्वर का भय)
- 7 तंत्र-मंत्र
- 7 ताल (नैनीताल, भीमताल, नौकुचियां ताल, राम ताल, सीता ताल, लक्ष्मण ताल और सात ताल)
- स्नान के भी सात प्रकार - मन्त्र स्नान, मौन स्नान, अग्नि स्नान, वायव्य स्नान, दिव्य स्नान, मसग स्नान और मानसिक स्नान।
- सात लोक अर्थात् - भू:, भुव:, स्व:, मह:, जन, जप और तप।
- सुबह सवेरे सात पदार्थों के दर्शन।
- जीवन की सात क्रियाएँ अर्थात- शौच, दंत धावन, स्नान, ध्यान, भोजन, भजन और शयन।
- सात का अभिवादन अर्थात- माता, पिता, गुरु, ईश्वर, सूर्य, अग्नि और अतिथि।
- शरीर में 7 धातुएं हैं - रस, रक्त, वसा, अस्थि, मज्जा एवं शुक्र।
- अयोध्या, मथुरा, माया (हरिद्वार), काशी, कांचीपुरम, अवन्तिका (उज्जैन) एवं द्वारिका को 7 पवित्रतम पुरियों की संज्ञा दी गयी है।
- शिव पुराण की रचनाओं को 7 खण्डों में बाँटा गया है तथा वेद ज्ञान के प्रथम प्रवक्ता के रूप में भी व्यास, भेल, कण्व, विशश्ठ, सुश्रुत, ऋतुपर्ण और जैमिनी इन 7 ऋषियों का नाम आता है। ऋषियों को 7 श्रेणियों में बाँटा गया है ब्रम्हर्षि, देवर्षि, महर्षि, परमर्षि, काण्डर्षि, ऋतुर्षि तथा राजर्षि।
- आकाश में जो सप्तर्षि मण्डल नज़र आता है वे सप्तर्षि ब्रह्मा के मानस पुत्र कहलाते हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं - मरीचि, अंगिरा, अत्रि, पुलद, केतु, पुलस्त्य और वसिष्ठ।
- पृथ्वी को भी पुराणों में जम्बू, शाक, कुश, क्रोग्य, शाल्मलि, गोमेद एवं पुष्कर इन 7 दीपों में बाँटा गया है।
- तंत्र ग्रन्थों में भी वेद, वैष्णव, शैव, अक्षिण, बाम, सिद्धान्त एवं कुल ये 7 आचार बताये गये हैं।
- तुलसीदास कृत रामचरितमानस को भी 7 खण्डों में बाँटा गया है - बालकाण्ड, अयोध्या काण्ड, अरण्य काण्ड, किष्किन्धा काण्ड, सुन्दर काण्ड, लंका काण्ड उत्तर काण्ड में भारतीय धर्म एवं दशन का प्रतिपादन किया गया है।
- भारतीय संस्कृति एवं परम्परा में विवाह में अग्नि के 7 फेरे और सात वचन लेने की परम्परा है, और पति-पत्नी कम से कम 7 जन्मों तक एक दूसरे का साथ निभाएंगें ऐसी कल्याणोक्ति हर कोई देता है।
- भारत एक आस्था का देश है। यहाँ प्राचीन काल से ही प्रकृति को विशेश महत्व प्राप्त है और देश में प्रवाहित विपाशा (व्यास), शतद्रु (सतलुज), चन्द्रभागा (चिनाव), सरस्वती, इरावती (रावी), विस्तार (झेलम), तथा सिन्धु को 7 देव नदियों में गिना जाता है।
- गीता में 700 लोक हैं तथा कृष्ण की बाँसुरी में 7 स्वर हैं।
- हम पुराणों की बात करें तो सम्पूर्ण ब्रम्हाण्ड को 7 उपरी तथा 7 निचले लोकों में विभाजित किया गया है। जिसमें सबसे उपर सत्यलोक या ब्रह्मलोक है।
- सागरों में इक्षुसागर, लवण सागर, क्षीरसागर, सुरा सागर, घृत सागर, दधि सागर, स्वादु सागर को सप्त सागरों की श्रेणी में रखा गया है।
- विश्व के महाद्वीपों की बात करे तो इनको भी 7 महाद्वीपों में बाँटा गया है जिनमें अफ़्रीका, अमेरिका उत्तर, अमेरिका दक्षिण, आस्ट्रेलिया, एशिया, अंटार्कटिका एवं यूरोप।
- भारतीय शास्त्रीय नृत्य को भी 7 श्रेणियों में रखा गया है ओडिसी, कत्थक, कथकली, कुचीपुड़ी, भरत नाट्यम, मणिपुरी एवं मोहिनी अट्टम ये सात नृत्य हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख