"स्वर्णिम चतुर्भुज योजना": अवतरणों में अंतर
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[[प्रधानमंत्री]] [[अटल बिहारी वाजपेयी]] ने [[24 अक्तूबर]],[[1998]] को इन परियोजनाओं की आधिकारिक घोषणा की और काम शुरू हो गया। पहली, स्वर्णिम चतुर्भुज योजना के अन्तर्गत [[दिल्ली]], [[मुंबई]], [[कोलकाता]] और [[चेन्नई]] को आपस में जोड़ते हुए 5,846 किमी. लम्बे राजमार्ग को चार अथवा छह मार्गीय बनाया जा रहा है। तबसे 25,055 करोड़ रुपए की लागत वाली इस योजना पर काम | [[प्रधानमंत्री]] [[अटल बिहारी वाजपेयी]] ने [[24 अक्तूबर]],[[1998]] को इन परियोजनाओं की आधिकारिक घोषणा की और काम शुरू हो गया। पहली, स्वर्णिम चतुर्भुज योजना के अन्तर्गत [[दिल्ली]], [[मुंबई]], [[कोलकाता]] और [[चेन्नई]] को आपस में जोड़ते हुए 5,846 किमी. लम्बे राजमार्ग को चार अथवा छह मार्गीय बनाया जा रहा है। तबसे 25,055 करोड़ रुपए की लागत वाली इस योजना पर काम तेज़ीसे चल रहा है। 950 किमी. मार्ग तो बनकर तैयार है। | ||
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09:58, 14 मार्च 2022 के समय का अवतरण
स्वर्णिम चतुर्भुज योजना
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विवरण | 5,846 किलोमीटर लंबी सड़क का नेटवर्क बनाने की एक परियोजना है, जो दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई को आपस में जोड़ती है। |
शुरुआत | 24 अक्तूबर,1998 को इन परियोजनाओं की आधिकारिक घोषणा की और काम शुरू हो गया। |
दिल्ली से कोलकाता | 1,453 किमी |
दिल्ली से मुंबई | 1,419 किमी |
मुंबई से चेन्नई | 1,290 किमी |
कोलकाता से चेन्नई | 1,684 किमी |
मुख्य जंक्शन | राष्ट्रीय राजमार्ग 2 (दिल्ली से कोलकाता के मध्य), राष्ट्रीय राजमार्ग 8, राष्ट्रीय राजमार्ग 79A, राष्ट्रीय राजमार्ग 79, राष्ट्रीय राजमार्ग 76 (दिल्ली से मुंबई के मध्य), राष्ट्रीय राजमार्ग 4, राष्ट्रीय राजमार्ग 7, राष्ट्रीय राजमार्ग 46 (मुंबई से चेन्नई के मध्य), राष्ट्रीय राजमार्ग 6, राष्ट्रीय राजमार्ग 60, राष्ट्रीय राजमार्ग 5 (कोलकाता से चेन्नई के मध्य) |
संक्षिप्त नाम | 'GQ' / जीक्यू |
संबंधित लेख | एक्सप्रेस वे, राष्ट्रीय राजमार्ग, भारतीय सड़क नेटवर्क, भारत के राष्ट्रीय राजमार्गों की सूची |
बाहरी कड़ियाँ | भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) |
स्वर्णिम चतुर्भुज योजना (अंग्रेज़ी: Golden Quadrilateral Project संक्षिप्त नाम:GQ अथवा जीक्यू) 5,846 किलोमीटर लंबी सड़क का नेटवर्क बनाने की एक परियोजना है, जो दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई को आपस में जोड़ती है। इसे वर्ष 2000 में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने शुरू किया था लेकिन, पूरी हो जाने के बावजूद राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना का पहला चरण पूरा करने के लिए अब तक कोई तय तिथि नहीं है। पहले चरण में जीक्यू के अलावा 380 किलोमीटर लंबी बंदरगाहों को जोड़ने वाली सड़क और उत्तर-दक्षिण एवं पूर्व-पश्चिम गलियारे के कुछ हिस्से शामिल हैं।
आधिकारिक घोषणा
प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 24 अक्तूबर,1998 को इन परियोजनाओं की आधिकारिक घोषणा की और काम शुरू हो गया। पहली, स्वर्णिम चतुर्भुज योजना के अन्तर्गत दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई को आपस में जोड़ते हुए 5,846 किमी. लम्बे राजमार्ग को चार अथवा छह मार्गीय बनाया जा रहा है। तबसे 25,055 करोड़ रुपए की लागत वाली इस योजना पर काम तेज़ीसे चल रहा है। 950 किमी. मार्ग तो बनकर तैयार है।
कहाँ से | कहाँ तक | मुख्य जंक्शन | लम्बाई (कि.मी.) |
---|---|---|---|
दिल्ली | कोलकाता | राष्ट्रीय राजमार्ग 2 | 1,453 |
दिल्ली | मुम्बई | राष्ट्रीय राजमार्ग 8, राष्ट्रीय राजमार्ग 79A, राष्ट्रीय राजमार्ग 79, राष्ट्रीय राजमार्ग 76 | 1,419 |
मुम्बई | चेन्नई | राष्ट्रीय राजमार्ग 4, राष्ट्रीय राजमार्ग 7, राष्ट्रीय राजमार्ग 46 | 1,290 |
कोलकाता | चेन्नई | राष्ट्रीय राजमार्ग 6, राष्ट्रीय राजमार्ग 60, राष्ट्रीय राजमार्ग 5 | 1,684 |
कुल यात्रा मार्ग | 5,846 किलोमीटर |
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख