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*ईश्वरगणगौरी व्रत केवल सधवा नारियों के लिए होता है।
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==

14:12, 27 जुलाई 2011 के समय का अवतरण

  • भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
  • ईश्वरगणगौरी व्रत चैत्र कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा से चैत्र शुक्ल पक्ष की तृतीया के 18 दिनों तक किया जाता है।
  • ईश्वरगणगौरी व्रत केवल सधवा नारियों के लिए होता है।
  • ईश्वरगणगौरी व्रत में गौरी एवं शिव की पूजा करनी चाहिए।
  • ईश्वरगणगौरी व्रत मालवा में अति प्रचलित है। [1]

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. अहल्याकामधेनु 237

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