"हम्मीर रासो": अवतरणों में अंतर
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13:10, 2 जनवरी 2015 के समय का अवतरण
हम्मीर रासो नामक रचना की कोई मूल प्रति नहीं मिलती है।
- इस रचना के रचयिता शारङ्गधर को माना जाता है।
- यह रचना महेश कवि कृत हम्मीर रासो के बाद की है।
- 'प्राकृत पैगलम' में इसके कुछ छन्द उदाहरण के रुप में दिए गये है।
- इस ग्रन्थ की भाषा हम्मीर रासो (महेश) के समय के कुछ बाद की लगती है। अतः भाषा के आधार पर इसे हम्मीर रासो (महेश) के कुछ बाद का माना जा सकता है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ रासो काव्य : वीरगाथायें (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 15 मई, 2011।