"कलियंग रासो": अवतरणों में अंतर
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05:32, 9 अगस्त 2012 के समय का अवतरण
कलियंग एक रासो काव्य है।
- कलियंग रासो में कलियुग का वर्णन है।
- यह अलि रासिक गोविन्द की रचना हैं।
- इसकी रचना तिथि सं. 1835 तथा छन्द संख्या 70 है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ रासो काव्य : वीरगाथायें (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 15 मई, 2011।
बाहरी कड़ियाँ
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