"अगुआड़ा लाइट हाउस": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('{{पुनरीक्षण}} thumb|अगुआड़ा लाइट हाउस, [[गोवा...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
कात्या सिंह (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
(2 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 2 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
[[चित्र:Aguada-Fort.jpg|thumb|अगुआड़ा लाइट हाउस, [[गोवा]]]] | [[चित्र:Aguada-Fort.jpg|thumb|अगुआड़ा लाइट हाउस, [[गोवा]]]] | ||
'''अगुआड़ा लाइट हाउस''' [[गोवा]] राज्य के [[अगुआड़ा दुर्ग]] में स्थित देश के सबसे पुराने लाइट हाउस में से है। | '''अगुआड़ा लाइट हाउस''' [[गोवा]] राज्य के [[अगुआड़ा दुर्ग]] में स्थित देश के सबसे पुराने लाइट हाउस में से है। | ||
*लाइट हाउस क़िला परिसर में है और बाहर से ही दिखना शुरू हो जाता है। इसकी चार मंज़िलें हैं। | *लाइट हाउस [[क़िला]] परिसर में है और बाहर से ही दिखना शुरू हो जाता है। इसकी चार मंज़िलें हैं। | ||
*वर्ष 1864 में [[पुर्तग़ाल]] से आने वाले जहाजों को दिशा दिखाने के लिए इसे बनवाया गया था। | *वर्ष [[1864]] में [[पुर्तग़ाल]] से आने वाले जहाजों को दिशा दिखाने के लिए इसे बनवाया गया था। | ||
*अगर कहा जाए कि क़िले की शान लाइट हाउस है तो | *अगर कहा जाए कि क़िले की शान लाइट हाउस है तो ग़लत नहीं होगा। | ||
*हालांकि बहुत-से लोग का मानना है कि यह [[एशिया]] का सबसे पहला दीप स्तंभ है। | *हालांकि बहुत-से लोग का मानना है कि यह [[एशिया]] का सबसे पहला '''दीप स्तंभ''' है। | ||
*[[1976]] में इसका इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। | *[[1976]] में इसका इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। | ||
{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
==अगुआड़ा दुर्ग का एक दृश्य== | |||
[[चित्र:Panorama-Aguada-Fort.jpg|thumb|550px|center|[[अगुआड़ा दुर्ग]] का एक दृश्य, [[गोवा]]]] | |||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
पंक्ति 17: | पंक्ति 18: | ||
[[Category:पर्यटन कोश]] | [[Category:पर्यटन कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
__NOTOC__ |
08:12, 12 अप्रैल 2013 के समय का अवतरण
![](/w/images/thumb/f/f2/Aguada-Fort.jpg/300px-Aguada-Fort.jpg)
अगुआड़ा लाइट हाउस गोवा राज्य के अगुआड़ा दुर्ग में स्थित देश के सबसे पुराने लाइट हाउस में से है।
- लाइट हाउस क़िला परिसर में है और बाहर से ही दिखना शुरू हो जाता है। इसकी चार मंज़िलें हैं।
- वर्ष 1864 में पुर्तग़ाल से आने वाले जहाजों को दिशा दिखाने के लिए इसे बनवाया गया था।
- अगर कहा जाए कि क़िले की शान लाइट हाउस है तो ग़लत नहीं होगा।
- हालांकि बहुत-से लोग का मानना है कि यह एशिया का सबसे पहला दीप स्तंभ है।
- 1976 में इसका इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया गया था।
|
|
|
|
|
अगुआड़ा दुर्ग का एक दृश्य
![](/w/images/thumb/7/7c/Panorama-Aguada-Fort.jpg/550px-Panorama-Aguada-Fort.jpg)
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख