"मांड्या": अवतरणों में अंतर
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[[कावेरी नदी]] से विश्वेसरैया नहर को पानी मिलता है, जो इस इलाक़े में सिंचाई का प्रमुख स्रोत है; यहाँ [[ज्वार]]-[[बाजरा]], [[चावल]], [[तंबाकू]] और [[कपास]] की खेती होती है। यहाँ रेशम उत्पादन होता है और वस्त्र बुनना प्रमुख कुटीर उद्योग है। | [[कावेरी नदी]] से विश्वेसरैया नहर को पानी मिलता है, जो इस इलाक़े में सिंचाई का प्रमुख स्रोत है; यहाँ [[ज्वार]]-[[बाजरा]], [[चावल]], [[तंबाकू]] और [[कपास]] की खेती होती है। यहाँ रेशम उत्पादन होता है और वस्त्र बुनना प्रमुख कुटीर उद्योग है। | ||
==उद्योग और व्यापार== | ==उद्योग और व्यापार== | ||
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मांड्या दक्षिण-पश्चिमी भारत के दक्षीण कर्नाटक राज्य में मैसूर से लगभग 41 किमी पूर्वोत्तर में चामराजनगर-बेंगलोर रेलमार्ग पर स्थित है।
यातायात और परिवहन
- रेल मार्ग
मांड्या रेलवे स्टेशन कई प्रमुख शहरों जैसे बैंगलोर, मैसूर, चैन्नई, तिरुपति और दिल्ली से रेलवे द्वारा जुड़ा हुआ है।
- सड़क मार्ग
मांड्या सड़क मार्ग द्वारा देश के कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
कृषि और खनिज
कावेरी नदी से विश्वेसरैया नहर को पानी मिलता है, जो इस इलाक़े में सिंचाई का प्रमुख स्रोत है; यहाँ ज्वार-बाजरा, चावल, तंबाकू और कपास की खेती होती है। यहाँ रेशम उत्पादन होता है और वस्त्र बुनना प्रमुख कुटीर उद्योग है।
उद्योग और व्यापार
यह गन्ना उत्पादक क्षेत्र का केंद्र है और यहाँ स्थित चीनी प्रसंस्करण संयंत्रों का अवशिष्ट स्थानीय काग़ज़ निर्माताओं वा छपाई उद्योग को भेजा जाता है। अल्कोहल, तंबाकू और वनस्पति तेल प्रसंस्करण यहाँ के अन्य महाविद्यालय हैं। इसके आसपास का इलाका दक्कन के पठार का हिस्सा है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख