"बूढ़ा फौजी -कुलदीप शर्मा": अवतरणों में अंतर
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(इसी सदस्य द्वारा किए गए बीच के 3 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 69: | पंक्ति 69: | ||
चुभते हैं बूढ़े फ़ौजी को | चुभते हैं बूढ़े फ़ौजी को | ||
वह नहीं कह पाता किसी से | वह नहीं कह पाता किसी से | ||
कितनी | कितनी लड़ाइयाँ हारने के बाद | ||
हो जाता है आदमी रूपान्तरित | हो जाता है आदमी रूपान्तरित | ||
एक ऐतिहासिक स्मारक में | एक ऐतिहासिक स्मारक में | ||
पंक्ति 78: | पंक्ति 78: | ||
अपनी पुरानी बन्दूक को | अपनी पुरानी बन्दूक को | ||
हर रोज़ | हर रोज़ साफ़ करता है | ||
एक | एक ज़रूरी और पवित्र दिनचर्या की तरह | ||
फिर कीली पर टांग देता है | फिर कीली पर टांग देता है | ||
शिव जी के कलैण्डर की बगल में बूढ़ा फ़ौजी | शिव जी के कलैण्डर की बगल में बूढ़ा फ़ौजी | ||
पंक्ति 117: | पंक्ति 117: | ||
कि जीवन में से | कि जीवन में से | ||
लड़ाई खारिज करके भी | लड़ाई खारिज करके भी | ||
कितनी | कितनी ख़राब लड़ाई लड़ रहे हैं वे सब ! | ||
उधर फ़ौज से लौटे लोग | उधर फ़ौज से लौटे लोग | ||
पंक्ति 172: | पंक्ति 172: | ||
बजता है हूटर की तरह | बजता है हूटर की तरह | ||
वे सारी लड़ाईयां जो | वे सारी लड़ाईयां जो ज़रूरी थी | ||
और लड़ी नहीं गईं | और लड़ी नहीं गईं | ||
उसके सपनों में आती हैं सब | उसके सपनों में आती हैं सब |
10:51, 2 जनवरी 2018 के समय का अवतरण
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