"सच है ! सन्देह का काम नहीं है -शिवदीन राम जोशी": अवतरणों में अंतर
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सच है, संदेह का काम नहीं है। | |||
ये असंतजन, संत रूप में, क्या ये शठ बदनाम नहीं है।। | |||
ठगते रहते नदी ज्यो बहते, ये क्यों थकी हैं कहते-कहते। | |||
माया पूंजी जोड़ जोड़ कर, देखे सुबह शाम नहीं हैं।। | |||
सिद्ध बने फिरते है सारे, देखो तो इनके मुख कारे। | |||
इनको पता चलेगा कैसे, क्यौकि इनमें राम नहीं है।। | |||
टीवी देखे फोन लगाकर, कारें घूमें बीगुल बजाकर। | |||
कहे शिवदीन भरत खंड भारत, क्या ये पीते जाम नहीं हैं ।। | |||
सच | चेली बाबाओं के सौदे, बेटा एक नहीं, यें दो दे। | ||
ये असंतजन, संत रूप में, क्या ये शठ | हाय ! असाधुन की यह टोली, प्रगट कोई भी वाम नहीं हैं।। | ||
ठगते रहते नदी ज्यो बहते, ये क्यों थकी हैं कहते- | |||
माया | |||
सिद्ध | |||
टीवी देखे फोन लगाकर, कारें घूमें बीगुल | |||
कहे शिवदीन भरत खंड भारत, क्या ये पीते जाम नहीं हैं | |||
चेली बाबाओं के सौदे, बेटा एक नहीं, | |||
हाय ! असाधुन की यह टोली, प्रगट कोई भी वाम नहीं | |||
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10:24, 16 जून 2012 के समय का अवतरण
सच है, संदेह का काम नहीं है। |
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