"गुलाल साहब": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
(''''प्रसिद्ध संत गुलाल साहब''' का जन्म सत्रहवीं शताब्दी ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
छो (श्रेणी:नया पन्ना मार्च-2013 (को हटा दिया गया हैं।))
 
पंक्ति 19: पंक्ति 19:
{{भारत के संत}}
{{भारत के संत}}
[[Category:धर्म प्रवर्तक और संत]]
[[Category:धर्म प्रवर्तक और संत]]
[[Category:नया पन्ना मार्च-2013]]
[[Category:चरित_कोश]]
[[Category:चरित_कोश]]
__INDEX__
__INDEX__
__NOTOC__
__NOTOC__

14:31, 12 अक्टूबर 2014 के समय का अवतरण

प्रसिद्ध संत गुलाल साहब का जन्म सत्रहवीं शताब्दी के अंत में ज़िला गाज़ीपुर, उ.प्र के बसहरी नामक स्थान में एक क्षत्रिय ज़मींदार के घर पर हुआ था।

  • इन्होंने बुल्ला साहब का शिष्यत्व ग्रहण किया।
  • आश्चर्य की बात यह है कि बाद में बुल्ला साहब के नाम से भरकुढा की गद्दी के प्रसिद्ध संत पहले बुलाकी राम कुर्मी के नाम से वहां हल जोता करते थे।
  • उनके आध्यात्मिक विचारों से प्रभावित होकर गुलाल साहब ने उनसे दीक्षा ले ली।
  • बुल्ला साहब की मृत्यु के बाद यही उनकी गद्दी के महंत भी हुए।
  • गुलाल साहब की वाणी के नाम से भी एक संग्रह मिलता है।
  • 1760 ई.में आपकी मृत्यु हुई।[1]



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. शर्मा 'पर्वतीय', लीला धर भारतीय चरित कोश (हिंदी)। भारत डिस्कवरी पुस्तकालय: शिक्षा भारती, कश्मीरी गेट, दिल्ली, 237- 238।

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख