"सरस्वती सम्मान": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
आदित्य चौधरी (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - "डा." to "डॉ.") |
||
पंक्ति 19: | पंक्ति 19: | ||
|1993 ||[[विजय तेंदुलकर ]] ||[[मराठी भाषा|मराठी]] | |1993 ||[[विजय तेंदुलकर ]] ||[[मराठी भाषा|मराठी]] | ||
|- | |- | ||
|1994 ||[[ | |1994 ||[[ डॉ. हरभजन सिंह]] ||[[पंजाबी भाषा|पंजाबी]] | ||
|- | |- | ||
|1995 ||[[बालमणि अम्मा]] ||[[मलयालम भाषा|मलयालम]] | |1995 ||[[बालमणि अम्मा]] ||[[मलयालम भाषा|मलयालम]] | ||
पंक्ति 66: | पंक्ति 66: | ||
*[[2009]] का सरस्वती सम्मान सुरजीत पातर को उनके पंजाबी काव्य संग्रह 'लफ्जों दी दरगाह' के लिए दिया गया था। | *[[2009]] का सरस्वती सम्मान सुरजीत पातर को उनके पंजाबी काव्य संग्रह 'लफ्जों दी दरगाह' के लिए दिया गया था। | ||
*[[2010]] के 20वें सरस्वती सम्मान के लिए [[कन्नड़ भाषा|कन्नड़]] के प्रसिद्ध लेखक प्रो. [[एस.एल. भयरप्पा]] के उपन्यास 'मंद्र' को चुना गया। | *[[2010]] के 20वें सरस्वती सम्मान के लिए [[कन्नड़ भाषा|कन्नड़]] के प्रसिद्ध लेखक प्रो. [[एस.एल. भयरप्पा]] के उपन्यास 'मंद्र' को चुना गया। | ||
*इस सम्मान से सम्मानित होने वालों में अन्य लेखकों में रमाकांत रथ ([[उड़िया भाषा|उड़िया]]), [[विजय तेंदुलकर]] ([[मराठी भाषा|मराठी]]), | *इस सम्मान से सम्मानित होने वालों में अन्य लेखकों में रमाकांत रथ ([[उड़िया भाषा|उड़िया]]), [[विजय तेंदुलकर]] ([[मराठी भाषा|मराठी]]), डॉ. हरभजन सिंह ([[पंजाबी भाषा|पंजाबी]]), बालमणि अम्मा ([[मलयालम भाषा|मलयालम]]), शमसुर रहमान फ़ारूखी ([[उर्दू]]), मनुभाई पंचोली 'दर्शक' ([[गुजराती भाषा|गुजराती]]), प्रो. शंख घोष ([[बांग्ला भाषा|बांग्ला]]), इंद्रा पार्थसारथी ([[तमिल भाषा|तमिल]]), मनोज दास (उड़िया), दलीप कौर तिवाना (पंजाबी), महेश अलकौंचवार (मराठी),प्रो. गोविन्द चंद्र पांडे ([[संस्कृत]]) सुनील गंगोपाध्याय (बांग्ला), प्रो. के अय्यप्पा पणिकर (मलयालम), जगन्नाथ प्रसाद दास (उड़िया), नैयर मसूद (उर्दू) और लक्ष्मी नंदन बोरा ([[असमिया भाषा|असमी]]) शामिल हैं। | ||
* वर्ष [[2013]] में [[हिन्दी]] साहित्यकार गोविंद मिश्र को उनकी रचना 'धूल पौधों पर' के लिए सम्मानित किया गया। | * वर्ष [[2013]] में [[हिन्दी]] साहित्यकार गोविंद मिश्र को उनकी रचना 'धूल पौधों पर' के लिए सम्मानित किया गया। | ||
10:09, 4 फ़रवरी 2021 के समय का अवतरण
सरस्वती सम्मान एक साहित्य पुरस्कार है। के. के. बिड़ला फाउंडेशन द्वारा 1991 में सरस्वती सम्मान की शुरुआत की गई थी, जिसके तहत भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल भाषाओं के भारतीय लेखकों की पिछले 10 सालों में प्रकाशित साहित्यिक कृति को पुरस्कृत किया जाता है।
वर्ष | नाम | भाषा / कृति |
---|
विशेषता
- इसके तहत सात लाख पचास हज़ार रुपये नकद, प्रशस्ति पत्र और पट्टिका प्रदान की जाती है।
- पहला सरस्वती सम्मान 1991 में हिन्दी के कालजयी कवि डॉ. हरिवंश राय बच्चन को उनकी चार भागों में प्रकाशित आत्मकथा को दिया गया।
- 2009 का सरस्वती सम्मान सुरजीत पातर को उनके पंजाबी काव्य संग्रह 'लफ्जों दी दरगाह' के लिए दिया गया था।
- 2010 के 20वें सरस्वती सम्मान के लिए कन्नड़ के प्रसिद्ध लेखक प्रो. एस.एल. भयरप्पा के उपन्यास 'मंद्र' को चुना गया।
- इस सम्मान से सम्मानित होने वालों में अन्य लेखकों में रमाकांत रथ (उड़िया), विजय तेंदुलकर (मराठी), डॉ. हरभजन सिंह (पंजाबी), बालमणि अम्मा (मलयालम), शमसुर रहमान फ़ारूखी (उर्दू), मनुभाई पंचोली 'दर्शक' (गुजराती), प्रो. शंख घोष (बांग्ला), इंद्रा पार्थसारथी (तमिल), मनोज दास (उड़िया), दलीप कौर तिवाना (पंजाबी), महेश अलकौंचवार (मराठी),प्रो. गोविन्द चंद्र पांडे (संस्कृत) सुनील गंगोपाध्याय (बांग्ला), प्रो. के अय्यप्पा पणिकर (मलयालम), जगन्नाथ प्रसाद दास (उड़िया), नैयर मसूद (उर्दू) और लक्ष्मी नंदन बोरा (असमी) शामिल हैं।
- वर्ष 2013 में हिन्दी साहित्यकार गोविंद मिश्र को उनकी रचना 'धूल पौधों पर' के लिए सम्मानित किया गया।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख