"आर. डी. प्रधान": अवतरणों में अंतर
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'''राम डी. प्रधान''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Ram D. Pradhan'', जन्म- [[27 जून]], [[1928]]; मृत्यु- [[31 जुलाई]], [[2020]]) पूर्व केंद्रीय गृह सचिव थे। [[राजीव गांधी]] जब [[प्रधानमंत्री]] थे, तब आर. डी. प्रधान डेढ़ वर्ष तक केंद्रीय गृह सचिव रहे थे। वे साल [[1998]] से [[2003]] तक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में [[सोनिया गांधी]] के कार्यालय के प्रभारी भी रहे। वह [[19 मार्च]], [[1987]] से [[16 मार्च]], [[1990]] तक [[अरुणाचल प्रदेश]] के [[राज्यपाल]] भी रहे।<br /> | |चित्र=R-D-Pradhan.jpg | ||
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|पूरा नाम=राम डी. प्रधान | |||
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|जन्म=[[27 जून]], [[1928]] | |||
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|प्रसिद्धि=प्रशासनिक अधिकारी | |||
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|पद='''राज्यपाल, अरुणाचल प्रदेश'''- [[19 मार्च]], [[1987]] से [[16 मार्च]], [[1990]] तक<br /> | |||
'''राज्यपाल, बिहार'''- [[29 जनवरी]], [[1989]] से [[2 फ़रवरी]], [[1989]] तक | |||
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|संबंधित लेख=[[राज्यपाल]], [[भारत के राज्यों के वर्तमान राज्यपालों की सूची]] | |||
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}}'''राम डी. प्रधान''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Ram D. Pradhan'', जन्म- [[27 जून]], [[1928]]; मृत्यु- [[31 जुलाई]], [[2020]]) पूर्व केंद्रीय गृह सचिव थे। [[राजीव गांधी]] जब [[प्रधानमंत्री]] थे, तब आर. डी. प्रधान डेढ़ वर्ष तक केंद्रीय गृह सचिव रहे थे। वे साल [[1998]] से [[2003]] तक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में [[सोनिया गांधी]] के कार्यालय के प्रभारी भी रहे। वह [[बिहार]] और फिर [[19 मार्च]], [[1987]] से [[16 मार्च]], [[1990]] तक [[अरुणाचल प्रदेश]] के [[राज्यपाल]] भी रहे।<br /> | |||
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*राजीव गांधी की [[21 मई]], [[1991]] को [[तमिलनाडु]] के श्रीपेरंम्बदूर में हत्या कर दी गई थी। पुस्तकों के जरिए भारतीय राजनीति की खुलती परतों के बीच पूर्व गृह सचिव आर. डी. प्रधान ने अपनी किताब के जरिए नया खुलासा किया। उन्होंने दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के 10 जनपथ स्थित घर में [[श्रीलंका]] के आतंकी संगठन 'लिट्टे' का भेदिया घुस गया था। आर. डी. प्रधान ने यह भी दावा किया था कि सोनिया गांधी भी यह बात मानती थीं। | *राजीव गांधी की [[21 मई]], [[1991]] को [[तमिलनाडु]] के श्रीपेरंम्बदूर में हत्या कर दी गई थी। पुस्तकों के जरिए भारतीय राजनीति की खुलती परतों के बीच पूर्व गृह सचिव आर. डी. प्रधान ने अपनी किताब के जरिए नया खुलासा किया। उन्होंने दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के 10 जनपथ स्थित घर में [[श्रीलंका]] के आतंकी संगठन 'लिट्टे' का भेदिया घुस गया था। आर. डी. प्रधान ने यह भी दावा किया था कि सोनिया गांधी भी यह बात मानती थीं। | ||
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आर. डी. प्रधान
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पूरा नाम | राम डी. प्रधान |
जन्म | 27 जून, 1928 |
मृत्यु | 31 जुलाई, 2020 |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | प्रशासनिक अधिकारी |
पद | राज्यपाल, अरुणाचल प्रदेश- 19 मार्च, 1987 से 16 मार्च, 1990 तक |
संबंधित लेख | राज्यपाल, भारत के राज्यों के वर्तमान राज्यपालों की सूची |
राम डी. प्रधान (अंग्रेज़ी: Ram D. Pradhan, जन्म- 27 जून, 1928; मृत्यु- 31 जुलाई, 2020) पूर्व केंद्रीय गृह सचिव थे। राजीव गांधी जब प्रधानमंत्री थे, तब आर. डी. प्रधान डेढ़ वर्ष तक केंद्रीय गृह सचिव रहे थे। वे साल 1998 से 2003 तक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में सोनिया गांधी के कार्यालय के प्रभारी भी रहे। वह बिहार और फिर 19 मार्च, 1987 से 16 मार्च, 1990 तक अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल भी रहे।
- राजीव गांधी की 21 मई, 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंम्बदूर में हत्या कर दी गई थी। पुस्तकों के जरिए भारतीय राजनीति की खुलती परतों के बीच पूर्व गृह सचिव आर. डी. प्रधान ने अपनी किताब के जरिए नया खुलासा किया। उन्होंने दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के 10 जनपथ स्थित घर में श्रीलंका के आतंकी संगठन 'लिट्टे' का भेदिया घुस गया था। आर. डी. प्रधान ने यह भी दावा किया था कि सोनिया गांधी भी यह बात मानती थीं।
- 'माय ईयर्स विद राजीव एंड सोनिया' में आर. डी. प्रधान ने दावा किया कि मेरा पक्का यकीन है कि राजीव के बंगले में लिट्टे की घुसपैठ थी। प्रधान के इस दावे से राजीव गांधी हत्याकांड की जांच कर रहे वर्मा व जैन आयोग को जांच का नया बिंदु मिल गया।
- आर. डी. प्रधान ने अपनी किताब में लिखा कि यद्यपि कई संदिग्ध गिरफ्तार किए गए और कई दोषी ठहराए गए, लेकिन सच्चाई पूरी तरह सामने नहीं आई। मुझे यह दूर बैठे लोगों की सोची-समझी साजिश का हिस्सा लगता है। 10 जनपथ के अंदर मौजूद कोई व्यक्ति लिट्टे को महत्वपूर्ण सूचनाएं भेजता था। इतना ही नहीं सोनिया गांधी, जो कि 1991 में पूरे साल अमेठी में लोकसभा चुनाव के प्रचार में जुटी रहीं, वे भी इस बात से इत्तेफाक रखती हैं।
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