"लॉर्ड डफ़रिन": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
छो (Text replace - "{{अंग्रेज़ी शासन}}" to "")
पंक्ति 14: पंक्ति 14:
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{अंग्रेज़ गवर्नर जनरल और वायसराय}}
{{अंग्रेज़ गवर्नर जनरल और वायसराय}}
{{अंग्रेज़ी शासन}}
 
[[Category:अंग्रेज़ी शासन]]
[[Category:अंग्रेज़ी शासन]]
[[Category:औपनिवेशिक काल]]
[[Category:औपनिवेशिक काल]]
[[Category:इतिहास कोश]]
[[Category:इतिहास कोश]]
__INDEX__
__INDEX__

10:37, 15 मार्च 2011 का अवतरण

लॉर्ड डफ़रिन

लॉर्ड रिपन के बाद 1884 ई. में डफ़रिन भारत का वायसराय बन कर आया। डफ़रिन के शासनकाल की महत्त्वपूर्ण घटना थी:- तृतीय आंग्ल-बर्मा युद्ध (1885-88) जिसमें बर्मा पराजित हुआ। डफ़रिन के समय में ही 1885 ई. में ए. ओ. ह्योम ने 'भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस' की स्थापना की। इसके समय में ही बंगाल टेनेन्सी एक्ट 1885, अवध टेनेन्सी एक्ट तथा पंजाब टेनेन्सी एक्ट 1885 पारित किये गये। इसके काल में ग्वालियर पर सिंधिया के शासन की पुनर्स्थापना की गयी।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख