"रामनामलेखन व्रत": अवतरणों में अंतर

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*रामनामलेखनव्रत का आरम्भ [[रामनवमी]] या और किसी भी दिन किया जा सकता है।
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*एक लाख या एक कोटि बार [[राम]] नाम लिखना चाहिए।
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*केवल एक रामनामलेखन से महापातक कट जाता है।<ref>(एकैकमक्षरं पुंसा महापातनाशनम्)</ref>
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*16 उपचारों से रामनाम पूजा करनी चाहिए।<ref>व्रतराज (330-332)</ref>
*16 उपचारों से रामनाम पूजा करनी चाहिए।<ref>व्रतराज (330-332)</ref>
*रामनाम के साथ में जादू सा लग गया और राम के 108 एवं एक सहस्र नाम विख्यात हो गये।  
*रामनाम के साथ में जादू सा लग गया और राम के 108 एवं एक सहस्र नाम विख्यात हो गये।  

12:15, 27 जुलाई 2011 का अवतरण

  • भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
  • रामनामलेखनव्रत का आरम्भ रामनवमी या और किसी भी दिन किया जा सकता है।
  • एक लाख या एक कोटि बार राम नाम लिखना चाहिए।
  • केवल एक रामनामलेखन से महापातक कट जाता है।[1]
  • 16 उपचारों से रामनाम पूजा करनी चाहिए।[2]
  • रामनाम के साथ में जादू सा लग गया और राम के 108 एवं एक सहस्र नाम विख्यात हो गये।

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. एकैकमक्षरं पुंसा महापातनाशनम्)
  2. व्रतराज (330-332)

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