"प्रयोग:शिल्पी2": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 7: | पंक्ति 7: | ||
| | | | ||
<quiz display=simple> | <quiz display=simple> | ||
{विक्रम साराभाई अन्तरिक्ष केन्द्र निम्न में से किस स्थान पर स्थित है? | {विक्रम साराभाई अन्तरिक्ष केन्द्र निम्न में से किस स्थान पर स्थित है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
पंक्ति 13: | पंक्ति 14: | ||
-[[अहमदाबाद]] | -[[अहमदाबाद]] | ||
+[[तिरुअनंतपुरम]] | +[[तिरुअनंतपुरम]] | ||
||[[चित्र:Chirayinkeezhu-Thiruvananthapuram.jpg|thumb|120px|right|चिरयिनकीज़ू, | ||[[चित्र:Chirayinkeezhu-Thiruvananthapuram.jpg|thumb|120px|right|चिरयिनकीज़ू, तिरुअनंतपुरम]]तिरुअनंतपुरम [[केरल]] की राजधानी है। पहले इसका नाम 'त्रिवेन्द्रम' था। तिरुअनंतपुरम का शाब्दिक अर्थ है- 'तिरु' यानी 'पवित्र एवं अनंत' अर्थात 'सहस्त्रमुखी नाग' तथा पुरम यानी 'आवास'। केरल दक्षिण [[भारत]] का एक ऐसा राज्य है, जहाँ प्रकृति एवं संस्कृति का सबसे अलग संगम मिलता है। इस प्रदेश को एक तरफ [[अरब सागर]] के नीले [[जल]] तो दूसरी तरफ पश्चिमी घाट की हरी-भरी पहाड़ियों ने अद्भुत नैसर्गिक सौंदर्य प्रदान किया है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[तिरुअनंतपुरम]] | ||
{निम्न में से कौन-सा [[भारत]] सरकार की राजकोषीय नीति का उद्देश्य नहीं है? | {निम्न में से कौन-सा [[भारत]] सरकार की राजकोषीय नीति का उद्देश्य नहीं है? | ||
पंक्ति 37: | पंक्ति 38: | ||
-शासन का अधिकार | -शासन का अधिकार | ||
{विनिवेश का क्या अर्थ है? | {'विनिवेश' का क्या अर्थ है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-विदेशी मुद्रा अर्जित करना | -विदेशी मुद्रा अर्जित करना | ||
पंक्ति 47: | पंक्ति 48: | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[चेन्नई]] | -[[चेन्नई]] | ||
+[[ | +[[बंगलोर]] | ||
-[[मुम्बई]] | -[[मुम्बई]] | ||
-[[दिल्ली]] | -[[दिल्ली]] | ||
||[[चित्र:Vidhan-Soudha-Bangalore.jpg|thumb|120px|right| | ||[[चित्र:Vidhan-Soudha-Bangalore.jpg|thumb|120px|right|विधान सौध, बंगलोर]]बंगलोर [[कर्नाटक]] (भूतपूर्व [[मैसूर]]) राज्य का 1830 से शहर और राजधानी है। बंगलोर [[भारत]] का सातवाँ सबसे बड़ा शहर है। समुद्र तल से 949 मीटर की ऊँचाई पर कर्नाटक पठार की पूर्वी-पश्चिमी श्रृंखला सीमा पर स्थित यह शहर राज्य के दक्षिण पूर्वी भाग में है। शरद एवं ग्रीष्म ॠतु में खुशगवार मौसम के कारण निवास के लिए लोकप्रिय स्थान है, लेकिन यहाँ की बढ़ती औद्योगिक और घरेलू ज़रूरतों के लिये जल आपूर्ति एक समस्या है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बेंगळूरू]] | ||
{राजस्व आय से अधिक राजस्व ख़र्च हो तो उसे क्या कहा जाता है? | {राजस्व आय से अधिक राजस्व ख़र्च हो तो उसे क्या कहा जाता है? | ||
पंक्ति 65: | पंक्ति 66: | ||
+[[दिल्ली]] | +[[दिल्ली]] | ||
-उपरोक्त में से किसी का भी नहीं | -उपरोक्त में से किसी का भी नहीं | ||
||[[चित्र:Rashtrapati-Bhavan-1.jpg|thumb|120px|rightt| | ||[[चित्र:Rashtrapati-Bhavan-1.jpg|thumb|120px|rightt|राष्ट्रपति भवन]][[दिल्ली]] [[भारत]] की राजधानी एवं महानगरीय क्षेत्र है। इसमें [[नई दिल्ली]] सम्मिलित है, जो कि ऐतिहासिक पुरानी दिल्ली के बाद बसी थी। महान ऐतिहासिक महत्त्व वाला यह महानगरीय क्षेत्र महत्त्वपूर्ण व्यापारिक, परिवहन एवं सांस्कृतिक हलचलों से भरा है। दिल्ली देश के उत्तरी मध्य भाग में [[गंगा नदी|गंगा]] की एक प्रमुख सहायक [[यमुना नदी|नदी यमुना]] के दोनों तरफ बसी है। दिल्ली देश का तीसरा बड़ा शहर है। यहाँ के ऐतिहासिक स्थल तथा रमणीय स्थल अपने आप में विशेष हैं। [[पर्यटन]] विकास के उद्वेश्य से यह [[आगरा]] और [[जयपुर]] से जुड़ा है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[दिल्ली]] | ||
{[[तिरुअनन्तपुरम]] का पुराना नाम क्या है? | {[[तिरुअनन्तपुरम]] का पुराना नाम क्या है? | ||
पंक्ति 73: | पंक्ति 74: | ||
-[[उड़ीसा]] | -[[उड़ीसा]] | ||
-[[मद्रास]] | -[[मद्रास]] | ||
||[[चित्र:Ponmudi-Hills-Thiruvananthapuram.jpg|thumb|120px|right|पोनमुदी पर्वत, | ||[[चित्र:Ponmudi-Hills-Thiruvananthapuram.jpg|thumb|120px|right|पोनमुदी पर्वत, तिरुअनंतपुरम]]तिरुअनंतपुरम [[केरल]] की राजधानी है, पहले इसका नाम त्रिवेन्द्रम था। [[देवता|देवताओं]] की नगरी के नाम से मशहूर तिरुअनंतपुरम को [[महात्मा गांधी]] ने सदाबहार शहर की संज्ञा दी थी। इस शहर का नाम [[शेषनाग]] अनंत के नाम पर पड़ा, जिनके ऊपर पद्मनाभस्वामी (भगवान [[विष्णु]]) विश्राम करते हैं। अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनने के बाद से यह शहर एक प्रमुख पर्यटक और व्यवसायिक केंद्र के रूप में स्थापित हुआ है। इसकी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और ख़ूबसूरत तटों से आकर्षित होकर प्रतिवर्ष ह्ज़ारों पर्यटक यहाँ खिचे चले आते हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[तिरुअनन्तपुरम]] | ||
{[[राजस्थान]] की इंदिरा गाँधी नहर किस नदी से निकाली गयी है? | {[[राजस्थान]] की 'इंदिरा गाँधी नहर' किस नदी से निकाली गयी है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[गंगा नदी|गंगा]] और [[यमुना नदी|यमुना]] से | -[[गंगा नदी|गंगा]] और [[यमुना नदी|यमुना]] से | ||
पंक्ति 99: | पंक्ति 100: | ||
-[[नेपाल]] और [[भूटान]] | -[[नेपाल]] और [[भूटान]] | ||
-[[भारत]] और [[पाकिस्तान]] | -[[भारत]] और [[पाकिस्तान]] | ||
||मिथिला के शासक नान्यदेव ने नेपाल पर अपनी नाममात्र की प्रभुता स्थापित कर ली। यक्षमल्ल ने मृत्यु के पूर्व ही राज्य का बंटवारा अपने पुत्रों और पुत्रियों में कर दिया था। इस विभाजन के फलस्वरूप नेपाल, काठमांडू तथा भातगाँव के दो परस्पर प्रतिद्वन्द्वि राज्यों में बँट गया। इन झगड़ों का लाभ उठाकर पश्चिमी [[हिमालय]] के प्रदेशों में बसने वाली [[गोरखा|गोरखा जाति]] ने 1768 ई. में नेपाल पर अधिकार कर लिया। शनैः शनैः गोरखाओं ने अपनी सैनिक शक्ति में बुद्धि कर नेपाल को एक शक्तिशाली राज्य बना दिया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[नेपाल]] | ||[[मिथिला]] के शासक 'नान्यदेव' ने [[नेपाल]] पर अपनी नाममात्र की प्रभुता स्थापित कर ली। यक्षमल्ल ने मृत्यु के पूर्व ही राज्य का बंटवारा अपने पुत्रों और पुत्रियों में कर दिया था। इस विभाजन के फलस्वरूप नेपाल, 'काठमांडू' तथा 'भातगाँव' के दो परस्पर प्रतिद्वन्द्वि राज्यों में बँट गया। इन झगड़ों का लाभ उठाकर पश्चिमी [[हिमालय]] के प्रदेशों में बसने वाली [[गोरखा|गोरखा जाति]] ने 1768 ई. में नेपाल पर अधिकार कर लिया। शनैः शनैः गोरखाओं ने अपनी सैनिक शक्ति में बुद्धि कर नेपाल को एक शक्तिशाली राज्य बना दिया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[नेपाल]] | ||
||[[भारत]] और [[चीन]] के विदेशमंत्रियों ने भी क्रमशः जून, [[2008]] और सितंबर, 2008 में एक-दूसरे देश की यात्रा की। इन यात्राओं के दौरान गुवान्झू और [[कोलकाता]] में नए महावाणिज्य दूतावासों का औपचारिक रूप से विमोचन किया गया। आपसी व्यापार 2008 में 51.8 अरब अमरीकी डॉलर पर पहुँच गया जो दोनों प्रधानमंत्रियों द्वारा 2010 के लिए तय किए गए 60 अरब अमरीकी डॉलर मूल्य के लक्ष्य के क़्ररीब है। रक्षा संबंधों के क्षेत्र में सहयोग और आदान-प्रदान भी जारी रहा। इसके अंतर्गत दिसंबर, 2008 में भारत में दूसरा सयुक्त सैन्य अभ्यास और दूसरी वार्षिक रक्षा वार्ता आयोजित की गई। भारत-[[चीन]] सीमा विवाद के बारे में 12 वें दौर के विचार-विमर्श के लिए दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधियों की बैठक सितबंर, 2008 में हुई। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[चीन]] | ||[[भारत]] और [[चीन]] के विदेशमंत्रियों ने भी क्रमशः जून, [[2008]] और सितंबर, 2008 में एक-दूसरे देश की यात्रा की। इन यात्राओं के दौरान 'गुवान्झू' और [[कोलकाता]] में नए महावाणिज्य दूतावासों का औपचारिक रूप से विमोचन किया गया। आपसी व्यापार 2008 में 51.8 अरब अमरीकी डॉलर पर पहुँच गया, जो दोनों [[प्रधानमंत्री|प्रधानमंत्रियों]] द्वारा 2010 के लिए तय किए गए 60 अरब अमरीकी डॉलर मूल्य के लक्ष्य के क़्ररीब है। रक्षा संबंधों के क्षेत्र में सहयोग और आदान-प्रदान भी जारी रहा। इसके अंतर्गत दिसंबर, 2008 में भारत में दूसरा सयुक्त सैन्य अभ्यास और दूसरी वार्षिक रक्षा वार्ता आयोजित की गई। भारत-[[चीन]] सीमा विवाद के बारे में 12 वें दौर के विचार-विमर्श के लिए दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधियों की बैठक सितबंर, 2008 में हुई।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[चीन]] | ||
{ग्रांड बैंक कहाँ स्थित है? | {'ग्रांड बैंक' कहाँ स्थित है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-प्रशांत महासागर | -प्रशांत महासागर | ||
पंक्ति 117: | पंक्ति 118: | ||
||अरावली उत्तर भारतीय पर्वतमाला है। [[राजस्थान]] राज्य के पूर्वोत्तर क्षेत्र से गुज़रती 560 किलोमीटर लम्बी इस पर्वतमाला की कुछ चट्टानी पहाड़ियाँ [[दिल्ली]] के दक्षिण हिस्से तक चली गईं हैं। शिखरों एवं कटकों की श्रृखलाएँ, जिनका फैलाव 10 से 100 किलोमीटर है, सामान्यत: 300 से 900 मीटर ऊँची हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[अरावली पर्वतमाला]] | ||अरावली उत्तर भारतीय पर्वतमाला है। [[राजस्थान]] राज्य के पूर्वोत्तर क्षेत्र से गुज़रती 560 किलोमीटर लम्बी इस पर्वतमाला की कुछ चट्टानी पहाड़ियाँ [[दिल्ली]] के दक्षिण हिस्से तक चली गईं हैं। शिखरों एवं कटकों की श्रृखलाएँ, जिनका फैलाव 10 से 100 किलोमीटर है, सामान्यत: 300 से 900 मीटर ऊँची हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[अरावली पर्वतमाला]] | ||
{[[भारत]] का सबसे बड़ा कोयला क्षेत्र | {[[भारत]] का सबसे बड़ा कोयला क्षेत्र कौन-सा है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[धनबाद]] | -[[धनबाद]] | ||
पंक्ति 137: | पंक्ति 138: | ||
-[[छत्तीसगढ़]] | -[[छत्तीसगढ़]] | ||
-[[झारखंड]] | -[[झारखंड]] | ||
||[[चित्र:Nilgiri-Hills.jpg|thumb|120px| | ||[[चित्र:Nilgiri-Hills.jpg|thumb|120px|नीलगिरि पहाड़ियाँ, तमिलनाडु]]नीलगिरि पहाड़ियाँ, [[तमिलनाडु]] राज्य का पर्वतीय क्षेत्र है, जो दक्षिणी [[भारत]] में स्थित हैं। नीलगिरि की चोटियाँ आसपास के मैदानी क्षेत्र से अचानक उठकर 1,800 से 2,400 मीटर की ऊँचाई तक पहुँचती हैं; इनमें से एक चोटी 'डोडाबेट्टा', जिसकी ऊँचाई 2,637 के लगभग है, तमिलनाडु का शीर्ष बिन्दु है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[नीलगिरि पहाड़ियाँ]] | ||
{प्राचीन भारतीय भौगोलिक मान्यता के अनुसार भारतवर्ष किस द्वीप का खण्ड था? | {प्राचीन भारतीय भौगोलिक मान्यता के अनुसार भारतवर्ष किस द्वीप का खण्ड था? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-पुष्कर द्वीप | -पुष्कर द्वीप | ||
+ | +जम्बूद्वीप | ||
-क्रौंचद्वीप | -क्रौंचद्वीप | ||
-कुशद्वीप | -कुशद्वीप | ||
पंक्ति 155: | पंक्ति 154: | ||
-तिलहन | -तिलहन | ||
{नेयवली ताप विद्युत संयंत्र का भरण किससे | {'नेयवली ताप विद्युत संयंत्र' का भरण किससे किया जाता हैं? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-गोंडवाना कोयला से | -गोंडवाना कोयला से | ||
पंक्ति 176: | पंक्ति 175: | ||
-[[राजस्थान]] | -[[राजस्थान]] | ||
+[[जम्मू और कश्मीर|जम्मू-कश्मीर]] | +[[जम्मू और कश्मीर|जम्मू-कश्मीर]] | ||
||[[चित्र:Dal-Lake-Srinagar.jpg|thumb|120px| | ||[[चित्र:Dal-Lake-Srinagar.jpg|thumb|120px|डल झील, श्रीनगर]]एक भारतीय राज्य, जो भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी भाग में पश्चिमी पर्वतश्रेणियों के निकट स्थित है। पहले यह [[भारत]] की बड़ी रियासतों में से एक था। यह पूर्वात्तर में सिंक्यांग का स्वायत्त क्षेत्र व [[तिब्बत|तिब्बती]] स्वायत्त क्षेत्र (दोनों [[चीन]] के भाग) से, दक्षिण में [[हिमाचल प्रदेश]] व [[पंजाब]] राज्यों से, पश्चिम में [[पाकिस्तान]] और पश्चिमोत्तर में पाकिस्तान अधिकृत भू-भाग से घिरा है। जम्मू-कश्मीर राज्य के पश्चिम मध्य हिस्से के पाकिस्तान अधिकृत क्षेत्र में [[देवसई पर्वत]] है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जम्मू और कश्मीर]] | ||
{[[राज्यपाल]] की दोहरी भूमिका का क्या अर्थ है? | {[[राज्यपाल]] की दोहरी भूमिका का क्या अर्थ है? |