"कायम रासो": अवतरणों में अंतर

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*कायम रासो 'न्यामत खाँ जान' द्वारा रचा गया है।  
'''कायम रासो''' 'न्यामत खाँ जान' द्वारा रचा गया है।  
*इसका रचना काल सं. 1691 है किन्तु इसमें 1710 वि. की घटना वाला कुछ अंश है।
*इसका रचना काल सं. 1691 है किन्तु इसमें 1710 वि. की घटना वाला कुछ अंश है।
*यह कुछ संदिग्ध है क्योंकि यदि कवि इस समय तक जीवित था तो उसने पूर्व तिथि सूचक क्यों बदला।  
*यह कुछ संदिग्ध है क्योंकि यदि कवि इस समय तक जीवित था तो उसने पूर्व तिथि सूचक क्यों बदला।  
*इस काव्य में [[राजस्थान]] के 'कायमखानी वंश' का इतिहास वर्णित है।<ref>{{cite web |url=http://knowhindi.blogspot.com/2011/02/blog-post_4165.html |title=रासो काव्य : वीरगाथायें|accessmonthday=15 मई|accessyear=2011|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिन्दी}}</ref>
*इस काव्य में [[राजस्थान]] के 'कायमखानी वंश' का इतिहास वर्णित है।<ref>{{cite web |url=http://knowhindi.blogspot.com/2011/02/blog-post_4165.html |title=रासो काव्य : वीरगाथायें|accessmonthday=15 मई|accessyear=2011|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिन्दी}}</ref>


 
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
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05:41, 9 अगस्त 2012 का अवतरण

कायम रासो 'न्यामत खाँ जान' द्वारा रचा गया है।

  • इसका रचना काल सं. 1691 है किन्तु इसमें 1710 वि. की घटना वाला कुछ अंश है।
  • यह कुछ संदिग्ध है क्योंकि यदि कवि इस समय तक जीवित था तो उसने पूर्व तिथि सूचक क्यों बदला।
  • इस काव्य में राजस्थान के 'कायमखानी वंश' का इतिहास वर्णित है।[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. रासो काव्य : वीरगाथायें (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 15 मई, 2011।

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