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12:38, 27 जुलाई 2011 के समय का अवतरण
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- यह व्रत दो वर्ष तक करना चाहिए। इस व्रत में पंचमी को एकभक्त, षष्ठी को नक्त एवं सप्तमी को उपवास एवं अष्टमी को पारण करना चाहिए।
- अर्क सप्तमी में सूर्य देवता की पूजा करना चाहिए।
- अर्क (मन्दार) के पत्तों के दोने में जल-ग्रहण करना चाहिए। हेमाद्रि[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ व्रत 1, 788-789); पद्म पुराण (5|75|83-106
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