"कहावत लोकोक्ति मुहावरे-अ": अवतरणों में अंतर
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आदित्य चौधरी (वार्ता | योगदान) No edit summary |
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दास मलूका कह गए सब के दाता राम ..। | दास मलूका कह गए सब के दाता राम ..। | ||
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अर्थ - अजगर को किसी की नौकरी नहीं करनी होती और पक्षी को भी कोई काम नहीं करना होता, ईश्वर ही सबका पालनहार है, इसलिए कोई भी काम | अर्थ - अजगर को किसी की नौकरी नहीं करनी होती और पक्षी को भी कोई काम नहीं करना होता, ईश्वर ही सबका पालनहार है, इसलिए कोई भी काम मत करो ईश्वर स्वयं देगा। आलसी लोगों के लिए श्री मलूकदास जी का ये कथन बहुत ही उचित है ! | ||
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|2-असाढ़ जोतो लड़के ढार, सावन भादों हरवा है<br /> | |2-असाढ़ जोतो लड़के ढार, सावन भादों हरवा है<br /> |
06:15, 8 मई 2010 का अवतरण
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कहावत लोकोक्ति मुहावरे | अर्थ |
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1-अजगर करे ना चाकरी पंछी करे ना काम, |
अर्थ - अजगर को किसी की नौकरी नहीं करनी होती और पक्षी को भी कोई काम नहीं करना होता, ईश्वर ही सबका पालनहार है, इसलिए कोई भी काम मत करो ईश्वर स्वयं देगा। आलसी लोगों के लिए श्री मलूकदास जी का ये कथन बहुत ही उचित है ! |
2-असाढ़ जोतो लड़के ढार, सावन भादों हरवा है क्वार जोतो घर का बैल, तब ऊंचे उनहारे। |
अर्थ -किसान को आषाढ माह में साधारण जुताई करनी चाहिए, सावन भादों में अधिक, परन्तु क्वार में बहुत अधिक जुताई करें कि दिन-रात का ध्यान ना रहे, तभी अच्छी और ज़्यादा उपज होगी। |