"लवण सागर": अवतरणों में अंतर
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14:13, 24 सितम्बर 2011 के समय का अवतरण
- पौराणिक भूगोल के अनुसार यह सागर जंबुद्वीप के चतुर्दिक स्थित है।
- इस के आगे क्रमानुसार विशालतर सागरों के नाम ये हैं - इक्षु, सुरा, घृत, दधि, दुग्ध और जल-
लवणेक्षु सुरासर्पिदधिदुग्धजलै: समम्,
जंबुद्वीप: समस्तानामे- तेपां मध्यसंस्थित:'[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ विष्णु पुराण 2,2,6।
माथुर, विजयेन्द्र कुमार ऐतिहासिक स्थानावली, द्वितीय संस्करण-1990 (हिन्दी), भारत डिस्कवरी पुस्तकालय: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर, पृष्ठ संख्या- 813-814।
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