"कुश द्वीप": अवतरणों में अंतर
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10:04, 4 दिसम्बर 2011 का अवतरण
- पुराणों की भौगोलिक कल्पना के अनुसार पृथ्वी के सप्तमहाद्वीपो में से एक है।
- विष्णु पुराण[1] के अनुसार-
'कुश: क्रौंचस्तथा शाक: पुष्करश्चैव सप्तम:।[2]
- कुश द्वीप घृत सागर से परिवृत है।
- कुशद्वीप का उपास्य देव अग्नि माना गया है।
- कुशद्वीप के विद्रुम, हेमशैल, द्युतिमान, पुष्पवान, कुशेशय हरि और मंदिरांचल नामक सात पर्वत है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
माथुर, विजयेन्द्र कुमार ऐतिहासिक स्थानावली, द्वितीय संस्करण-1990 (हिन्दी), भारत डिस्कवरी पुस्तकालय: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर, पृष्ठ संख्या- 211।
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