"अगुआड़ा दुर्ग": अवतरणों में अंतर
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*इस दुर्ग को आठ वर्षों में निर्मित किया गया था। | *इस दुर्ग को आठ वर्षों में निर्मित किया गया था। | ||
*1612 ई. में इसके पूर्ण होने पर पुर्तग़ालियों ने इसका नाम ‘फोर्ट सांता कैथेरिना’ रखा। | *1612 ई. में इसके पूर्ण होने पर पुर्तग़ालियों ने इसका नाम ‘फोर्ट सांता कैथेरिना’ रखा। | ||
*अगुआड़ा में पुर्तग़ालियों | *अगुआड़ा में पुर्तग़ालियों द्वारा दुर्ग निर्माण का मुख्य उद्देश्य इसके माध्यम से गोवा की अपनी बस्ती की सुरक्षा करना था। | ||
*दुर्ग समुद्र की ओर उँचे परकोटों और दो सुदृढ़ बुर्जों | *दुर्ग समुद्र की ओर उँचे परकोटों और दो सुदृढ़ बुर्जों द्वारा सुरक्षित है। | ||
*इस दुर्ग पर मराठों ने भी आक्रमण किया था। परंतु अग्रेंजों ने उसे असफल कर दिया। | *इस दुर्ग पर मराठों ने भी आक्रमण किया था। परंतु अग्रेंजों ने उसे असफल कर दिया। | ||
*[[मराठा|मराठों]] के साथ 1741 ई. की संधि के बाद यह दुर्ग पुर्तग़ालियों के अधिकार में आ गया। | *[[मराठा|मराठों]] के साथ 1741 ई. की संधि के बाद यह दुर्ग पुर्तग़ालियों के अधिकार में आ गया। |
06:33, 15 नवम्बर 2011 का अवतरण
- अगुआड़ा दुर्ग महाराष्ट्र के मुंबई शहर से लगभग 400 किलोमीटर दक्षिण में गोवा राज्य में मांडवी नदी के उत्तरी किनारे पर स्थित है।
- इसका नामकरण पुर्तग़ालियों ने एक मीठे पानी के झरने के नाम पर रखा था।
- इस दुर्ग को आठ वर्षों में निर्मित किया गया था।
- 1612 ई. में इसके पूर्ण होने पर पुर्तग़ालियों ने इसका नाम ‘फोर्ट सांता कैथेरिना’ रखा।
- अगुआड़ा में पुर्तग़ालियों द्वारा दुर्ग निर्माण का मुख्य उद्देश्य इसके माध्यम से गोवा की अपनी बस्ती की सुरक्षा करना था।
- दुर्ग समुद्र की ओर उँचे परकोटों और दो सुदृढ़ बुर्जों द्वारा सुरक्षित है।
- इस दुर्ग पर मराठों ने भी आक्रमण किया था। परंतु अग्रेंजों ने उसे असफल कर दिया।
- मराठों के साथ 1741 ई. की संधि के बाद यह दुर्ग पुर्तग़ालियों के अधिकार में आ गया।
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