"शोभाबाज़ार राजवारी कोलकाता": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
[[चित्र:Sovabazar-Rajbari.jpg|thumb|250px|शोभाबाज़ार राजवारी, [[कोलकाता]]]] | [[चित्र:Sovabazar-Rajbari-1.jpg|thumb|250px|शोभाबाज़ार राजवारी, [[कोलकाता]]]] | ||
'''शोभाबाज़ार राजवारी''' [[पश्चिम बंगाल]] के [[कोलकाता]] शहर के पास स्थित एक पर्यटन स्थल है। | '''शोभाबाज़ार राजवारी''' [[पश्चिम बंगाल]] के [[कोलकाता]] शहर के पास स्थित एक पर्यटन स्थल है। | ||
*यहाँ दुर्गा पूजा का रिवाज राजा नबकृष्ण देब के समय में आरम्भ हुआ था। | *यहाँ दुर्गा पूजा का रिवाज राजा नबकृष्ण देब के समय में आरम्भ हुआ था। | ||
पंक्ति 7: | पंक्ति 7: | ||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
==वीथिका== | |||
<gallery> | |||
चित्र:Sovabazar-Rajbari.jpg|शोभाबाज़ार राजवारी, [[कोलकाता]] | |||
चित्र:Sovabazar-Rajbari-2.jpg|शोभाबाज़ार राजवारी, [[कोलकाता]] | |||
</gallery> | |||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{पश्चिम बंगाल के पर्यटन स्थल}} | {{पश्चिम बंगाल के पर्यटन स्थल}} |
07:21, 4 मार्च 2012 के समय का अवतरण
शोभाबाज़ार राजवारी पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर के पास स्थित एक पर्यटन स्थल है।
- यहाँ दुर्गा पूजा का रिवाज राजा नबकृष्ण देब के समय में आरम्भ हुआ था।
- पहली पूजा पलासी के युद्ध में राबर्ट क्लाइव के विजय के खुशी में करी गई थी।
- 1757 में शोभाबाज़ार राजवारी में नबकृष्ण देब ने दुर्गा पूजा का आयोजन किया था, जहाँ लॉर्ड क्लाइव ने भेंट चढ़ाई थी।
- कोलकाता नगर निगम द्वारा शोभाबाज़ार राजवारी को विरासत स्थल माना जाता है।
|
|
|
|
|