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'''कोयल''' ([[अंग्रेजी]]:cuckoo) या कोकिल 'कुक्कू कुल' का पक्षी है, जिसका वैज्ञानिक नाम 'यूडाइनेमिस स्कोलोपेकस स्कोलोपेकस' है। कोयल कुक्कू कुल का सुप्रसिद्ध पक्षी है और इसे कोकिल के नाम से भी जाना जाता है। कोयल मीठी बोली बोलनेवाली भारतीय पक्षियों में इसका विशेष स्थान है। कोयल का नर कौवा जैसा गहरा [[काला रंग|काला]] और मादा [[भूरा रंग|भूरी]] चितली होती है। कोयल सर्वथा भारतीय पक्षी है; यह इस देश के बाहर नहीं जाती, थोड़ा बहुत स्थानपरिवर्तन करके यहीं रहती है। | |||
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कोयल कुक्कू कुल कुल का सुप्रसिद्ध पक्षी है। | |||
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नर कोयल ही गाता है। उसकी [[आंख|आंखें]] [[लाल रंग|लाल]] व पंख पीछे की ओर लंबे होते हैं। कोयल अपने अंडे दूसरे पक्षियों विशेषकर कौओं के घोंसले में रख देती हैं। कोयल स्वभाव से संकोची होती हैं। इस वजह से इनका प्रिय आवास या तो आम के पेड़ हैं या फिर मौलश्री के पेड़ अथवा कुछ इसी तरह के सदाबहार घने वृक्ष, जिसमें ये अपने आपको छिपाए हुए तान छेड़ता है। | |||
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11:40, 16 मार्च 2012 का अवतरण
कोयल (अंग्रेजी:cuckoo) या कोकिल 'कुक्कू कुल' का पक्षी है, जिसका वैज्ञानिक नाम 'यूडाइनेमिस स्कोलोपेकस स्कोलोपेकस' है। कोयल कुक्कू कुल का सुप्रसिद्ध पक्षी है और इसे कोकिल के नाम से भी जाना जाता है। कोयल मीठी बोली बोलनेवाली भारतीय पक्षियों में इसका विशेष स्थान है। कोयल का नर कौवा जैसा गहरा काला और मादा भूरी चितली होती है। कोयल सर्वथा भारतीय पक्षी है; यह इस देश के बाहर नहीं जाती, थोड़ा बहुत स्थानपरिवर्तन करके यहीं रहती है।
कुल व प्रजातियाँ
कोयल कुक्कू कुल कुल का सुप्रसिद्ध पक्षी है।
भोजन
कोयल कीट लार्वा कीड़ों पर फ़ीड और फल को अपना भोजन बनाती है।
निवास स्थान
नर कोयल ही गाता है। उसकी आंखें लाल व पंख पीछे की ओर लंबे होते हैं। कोयल अपने अंडे दूसरे पक्षियों विशेषकर कौओं के घोंसले में रख देती हैं। कोयल स्वभाव से संकोची होती हैं। इस वजह से इनका प्रिय आवास या तो आम के पेड़ हैं या फिर मौलश्री के पेड़ अथवा कुछ इसी तरह के सदाबहार घने वृक्ष, जिसमें ये अपने आपको छिपाए हुए तान छेड़ता है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख