"ऊपरी गंगा नहर": अवतरणों में अंतर

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*यह [[उत्तर प्रदेश]] की एक नहर है।
'''ऊपरी गंगा नहर''' [[उत्तर प्रदेश]] की नहर है। यह नहर [[गंगा नदी]] के दाहिने किनारे से [[हरिद्वार]] के समीप से निकाली गई है। इसका निर्माण कार्य 1842 में आरम्भ हुआ था और 1856 में समाप्त हुआ।
*यह नहर [[गंगा नदी]] के दाहिने किनारे से [[हरिद्वार]] के समीप से निकाली गई है।  
*ऊपरी गंगा नहर ही मूल [[गंगा नहर]] है, जो [[हरिद्वार]] में '[[हर की पौड़ी]]' से शुरु होकर [[सहारनपुर ज़िला|सहारनपुर]], [[मुज़फ़्फ़रनगर ज़िला|मुज़फ़्फ़रनगर]], [[मेरठ]], [[गाज़ियाबाद ज़िला|गाज़ियाबाद]], [[बुलन्दशहर ज़िला|बुलन्दशहर]], [[अलीगढ़ ज़िला|अलीगढ़]], [[मथुरा ज़िला|मथुरा]], [[एटा ज़िला|एटा]], [[फ़िरोज़ाबाद ज़िला|फ़िरोज़ाबाद]], [[मैनपुरी ज़िला|मैनपुरी]], [[इटावा ज़िला|इटावा]], [[कानपुर नगर ज़िला|कानपुर]], [[फ़र्रुख़ाबाद ज़िला|फ़र्रुख़ाबाद]] और [[फ़तेहपुर ज़िला|फ़तेहपुर]] आदि ज़िलों की लगभग 7 लाख हैक्टेयर भूमि की सिंचाई करती है।
*इसका निर्माण कार्य 1842 में आरम्भ हुआ था और 1856 में समाप्त हुआ था।
*इस नहर की लम्बाई 340 किलोमीटर है, परन्तु शाखाओं सहित कुल लम्बाई 5640 किलोमीटर है।
*यह नहर [[सहारनपुर ज़िला|सहारनपुर]], [[मुज़फ़्फ़रनगर ज़िला|मुज़फ़्फ़रनगर]], [[मेरठ ज़िला|मेरठ]], [[गाज़ियाबाद ज़िला|गाज़ियाबाद]], [[बुलन्दशहर ज़िला|बुलन्दशहर]], [[अलीगढ़ ज़िला|अलीगढ़]], [[मथुरा ज़िला|मथुरा]], [[एटा ज़िला|एटा]], [[फ़िरोज़ाबाद ज़िला|फ़िरोज़ाबाद]], [[मैनपुरी ज़िला|मैनपुरी]], [[इटावा ज़िला|इटावा]], [[कानपुर नगर ज़िला|कानपुर]], [[फ़र्रुख़ाबाद ज़िला|फ़र्रुख़ाबाद]] और [[फ़तेहपुर ज़िला|फ़तेहपुर]] आदि ज़िलों की लगभग 7 लाख हैक्टेयर भूमि की सिंचाई करती है।  
*यह नहर [[आगरा नहर]] और [[गंगा]] की निचली नहर को भी जल प्रदान करती है।  
*इस नहर की लम्बाई 340 किलोमीटर है।
*1313 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से ऊपर गंगा नहर का आधुनिकीकरण किया जा रहा है।
*परन्तु शाखाओं सहित कुल लम्बाई 5640 किलोमीटर है।  
*गंगा नहर के साथ-साथ चलने वाला एक राजमार्ग कई बार प्रस्तावित किया गया। [[2010]] में ऐसा ही एक प्रस्ताव अस्वीकृत कर दिया गया, क्योंकि प्रस्तावित राजमार्ग के निर्माण से लगभग एक लाख वृक्ष प्रभावित होते, जिसके कारण इस क्षेत्र की वनस्पतियों को नुकसान पहुँचता और वन्य जीवन के प्राकृतिक पर्यावास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता। यह प्रस्तावित [[एक्सप्रेस वे]] (आशुगमार्ग) कुछ स्थानों पर तो हस्तिनापुर वन्यजीव अभयारण्य की सीमा से सिर्फ 500-600 मीटर ही दूर था। दो सड़कें एक तो राष्ट्रीय राजमार्ग 58 और दूसरी कांवड़ मार्ग पहले से ही आवागमन के लिए उपलब्ध हैं।
*यह नहर [[आगरा नहर]] और गंगा की निचली नहर को भी जल प्रदान करती है।  
*1313 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से ऊपर गंगा नहर का आधुनिकीकरण किया जा रहा है।  




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08:14, 8 जनवरी 2017 का अवतरण

ऊपरी गंगा नहर उत्तर प्रदेश की नहर है। यह नहर गंगा नदी के दाहिने किनारे से हरिद्वार के समीप से निकाली गई है। इसका निर्माण कार्य 1842 में आरम्भ हुआ था और 1856 में समाप्त हुआ।

  • ऊपरी गंगा नहर ही मूल गंगा नहर है, जो हरिद्वार में 'हर की पौड़ी' से शुरु होकर सहारनपुर, मुज़फ़्फ़रनगर, मेरठ, गाज़ियाबाद, बुलन्दशहर, अलीगढ़, मथुरा, एटा, फ़िरोज़ाबाद, मैनपुरी, इटावा, कानपुर, फ़र्रुख़ाबाद और फ़तेहपुर आदि ज़िलों की लगभग 7 लाख हैक्टेयर भूमि की सिंचाई करती है।
  • इस नहर की लम्बाई 340 किलोमीटर है, परन्तु शाखाओं सहित कुल लम्बाई 5640 किलोमीटर है।
  • यह नहर आगरा नहर और गंगा की निचली नहर को भी जल प्रदान करती है।
  • 1313 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से ऊपर गंगा नहर का आधुनिकीकरण किया जा रहा है।
  • गंगा नहर के साथ-साथ चलने वाला एक राजमार्ग कई बार प्रस्तावित किया गया। 2010 में ऐसा ही एक प्रस्ताव अस्वीकृत कर दिया गया, क्योंकि प्रस्तावित राजमार्ग के निर्माण से लगभग एक लाख वृक्ष प्रभावित होते, जिसके कारण इस क्षेत्र की वनस्पतियों को नुकसान पहुँचता और वन्य जीवन के प्राकृतिक पर्यावास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता। यह प्रस्तावित एक्सप्रेस वे (आशुगमार्ग) कुछ स्थानों पर तो हस्तिनापुर वन्यजीव अभयारण्य की सीमा से सिर्फ 500-600 मीटर ही दूर था। दो सड़कें एक तो राष्ट्रीय राजमार्ग 58 और दूसरी कांवड़ मार्ग पहले से ही आवागमन के लिए उपलब्ध हैं।


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