"कहावत लोकोक्ति मुहावरे-घ": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
छो (Text replace - " कदर" to " क़दर")
No edit summary
पंक्ति 79: पंक्ति 79:
अर्थ - बहुत शर्मिंदा होना।  
अर्थ - बहुत शर्मिंदा होना।  
|-
|-
|19- घर काट खाने को आना।
|19- घर काट खाने को आना/घर काटने का दौड़ना।
|
|
अर्थ - अकेलापन अखरना।  
अर्थ - अकेलापन अखरना।  
पंक्ति 134: पंक्ति 134:
|
|
अर्थ - निश्चिंत हो जाना।  
अर्थ - निश्चिंत हो जाना।  
|-
|33- घँघोल डालना।
|
अर्थ - गँदला  या गंदा  कर देना।
|-
|34- घंटा दिखाना।
|
अर्थ - ऐसा उत्तर देना या मुद्रा बनाना जिससे आवेदक या इच्छुक पूरी तरह से निराश हो जाए।
|-
|35- घंटा हिलाना।
|
अर्थ - व्यर्थ बैठे रहना, व्यर्थ का काम करना।
|-
|36- घट-घट में बसना।
|
अर्थ - हर एक में व्याप्त होना।
|-
|37- घंटे मोरछल से उठाना।
|
अर्थ - गाजे-बाजे के साथ किसी भाग्यवान की अर्थी निकालना।
|-
|38- घड़ियाँ गिनना।
|
अर्थ -अत्यंत उत्सुकतापूर्वक प्रतीक्षा करना, मरणासन्न होना, मृत्यु की इंतजार में होना।
|-
|39- घड़ी टेढ़ी होना।
|
अर्थ - समय विपरीत होना।
|-
|40- घड़ी दो घड़ी का।
|
अर्थ - कुछ ही क्षणों का।
|-
|41- घड़ी पहाड़ हो जाना।
|
अर्थ - थोड़ा समय भी न बीतना
|-
|42- घड़ो पानी पड़ना।
|
अर्थ - लोगों के सामने हेय या हीन सिद्ध होने पर अत्यन्त लज्जित होना।
|-
|43- घपले में पड़ना/पड़ जाना।
|
अर्थ - खटाई में पड़ना, भ्रमित होना।
|-
|44- घबरा उठना।
|
अर्थ - बेचैन होना।
|-
|45- घमंड में चूर।
|
अर्थ - घमंड से ओतप्रोत।
|-
|46- घर आँगन हो जाना।
|
अर्थ - घर का टूट-फूट कर खँडहर या मैदान हो जाना
|-
|47- घर उजड़ना/उजाड़ देना।
|
अर्थ - गृहस्थी चौपट होना।
|-
|48- घर कर लेना।
|
अर्थ - अपनी स्थायी निवास बना लेना।
|-
|49- घर का आदमी।
|
अर्थ - परिवार का सदस्य, घनिष्ठ मित्र अथवा संबंधी।
|-
|50- घर का रास्ता समझना।
|
अर्थ - सुगम और सुपरिचित समझना।
|-
|51- घर के घर
|
अर्थ - घर की सीमा में ही, आपस में ही।
|-
|52- घर के घर रह जाना
|
अर्थ - ऐसी स्थिति में होना कि व्यापार, लेन देन आदि में न लाभ हो न हानि।
|-
|53- घर खाली छोड़ना।
|
अर्थ - वर करते हुए भी आघात या प्रहार न करना, बल्कि जान बूझकर खाली जाने देना।
|-
| 54- घर खोद डालना।
|
अर्थ - बार बार किसी के घर जाकर उसे परेशान करना।
|-
| 55- घर जमाना।
|
अर्थ - घर गृहस्थी के लिए आवश्यक वस्तुएँ लाना।
|-
|56- घर तक पहुँचना।
|
अर्थ - किसी को माँ बहन तक की गालियाँ देना।
|-
|57- घर में चूल्हा न जलना।
|
अर्थ - रसोई न बनना।
इन्हीं परेशानियों के कारण हमारे यहाँ दो दिन चूल्हा तक नहीं जला।
|-
|58- घर में झाड फिरना/फिर जाना।
|
अर्थ - घर में कुछ भी न रह जाना।
|
|}
|}





13:01, 16 अक्टूबर 2015 का अवतरण

कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें

                              अं                                                                                              क्ष    त्र    श्र
कहावत लोकोक्ति मुहावरे अर्थ

1- घर में नहीं हैं दाने और अम्मा चली भुनाने।

अर्थ -झूठी शान दिखाना, न होने पर ढोंग करना।

2- घड़ी में घर जले, अढ़ाई घड़ी भद्रा।

अर्थ - संकट को होशियारी से दूर करें।

3- घड़ी में तोला, घड़ी में माशा।

अर्थ - चंचल मन वाला।

4- घर आए कुत्ते को भी नहीं निकालते।

अर्थ - घर में आने वाले का सत्कार करना चाहिए।

5- घर का जोगी जोगना, आन गाँव का सिद्ध।

अर्थ - अपने घर में योग्यता का आदर नहीं होता और बाहर का व्यक्ति योग्य समझा जाता है।

6- घर का भेदी लंका ढाए।

अर्थ - घर की फूट का परिणाम बुरा होता है।

7- घर की खांड़ किरकिरी, लगे पड़ोसी का गुड़ मीठा।

अर्थ - अपनी वस्तु़ ख़राब लगती है और दूसरे की अच्छी।

8- घर की मुर्गी दाल बराबर।

अर्थ - अपनी चीज़ या अपने आदमी की क़दर नहीं होती।

9- घर खीर तो, बाहर खीर।

अर्थ - अपने पास कुछ हो तो, बाहर भी आदर होता है।

10- घर का घोड़ा, नखास मोल।

अर्थ - चीज़ घर में पड़ी है और उसकी कोई कीमत नहीं है।

11- घायल की गति घायल जाने।

अर्थ - जो कष्ट भोगता है वही दूसरों का कष्ट समझता है।।

12- घी कहाँ गया ? खिचड़ी में।

अर्थ - वस्तु का प्रयोग ठीक जगह हो गया।

13- घी सँवारे काम, बड़ी बहू का नाम।

अर्थ - काम तो साधन से हुआ, नाम करने वाले का हो गया।

14- घोड़ा घास से यारी करेगा तो खाएगा क्या।

अर्थ - पेशेवर को किसी की से रियायत नहीं करनी चाहिए।

15- घोड़े की दुम बढ़ेगी तो अपनी ही मक्खियाँ उड़ाएगा।

अर्थ - उन्नति करके आदमी अपना ही भला करता है।

16- घोड़े को लात, आदमी को बात।

अर्थ - उत्तम वस्तु थोड़ी भी हो तो अच्छी है।।

17- घडियाँ गिनना।

अर्थ - बेचैनी से प्रतीक्षा करना।

18- घड़ों पानी पड़ जाना।

अर्थ - बहुत शर्मिंदा होना।

19- घर काट खाने को आना/घर काटने का दौड़ना।

अर्थ - अकेलापन अखरना।

20- घर का न घाट का।

अर्थ - कहीं का भी नहीं रहना।

21- घर फूँक तमाशा देखना।

अर्थ - अपनी हानि करके मौज उड़ाना।

22- घर में गंगा बहना।

अर्थ - अच्छी चीज़ पास ही में मिल जाना।

23- घाव पर नमक छिड़कना।

अर्थ - दु:खी को और दु:खी करना।

24- घाव हरा करना।

अर्थ - भूले हुए दु:ख की याद दिलाना।

25- घास काटना।

अर्थ - फूहड़ काम करना। ।

26- घास छीलना।

अर्थ - व्यर्थ समय गवाँना।।

27- घिग्घी बँधना।

अर्थ - स्पष्ट बोल न सकना।

28- घी घना मुट्ठी चना।

अर्थ - जो मिल जाए उसी पर संतुष्ट रहना चाहिए।

29- घी के दिये जलना।

अर्थ - आनंद मंगल होना, खुशियाँ मनाना।

30- घी खिचड़ी होना।

अर्थ - खूब मिल- जुल जाना।।

31- घोंघा बसंत।

अर्थ - मूर्ख होना।

32- घोड़े बेचकर सोना।

अर्थ - निश्चिंत हो जाना।

33- घँघोल डालना।

अर्थ - गँदला या गंदा कर देना।

34- घंटा दिखाना।

अर्थ - ऐसा उत्तर देना या मुद्रा बनाना जिससे आवेदक या इच्छुक पूरी तरह से निराश हो जाए।

35- घंटा हिलाना।

अर्थ - व्यर्थ बैठे रहना, व्यर्थ का काम करना।

36- घट-घट में बसना।

अर्थ - हर एक में व्याप्त होना।

37- घंटे मोरछल से उठाना।

अर्थ - गाजे-बाजे के साथ किसी भाग्यवान की अर्थी निकालना।

38- घड़ियाँ गिनना।

अर्थ -अत्यंत उत्सुकतापूर्वक प्रतीक्षा करना, मरणासन्न होना, मृत्यु की इंतजार में होना।

39- घड़ी टेढ़ी होना।

अर्थ - समय विपरीत होना।

40- घड़ी दो घड़ी का।

अर्थ - कुछ ही क्षणों का।

41- घड़ी पहाड़ हो जाना।

अर्थ - थोड़ा समय भी न बीतना

42- घड़ो पानी पड़ना।

अर्थ - लोगों के सामने हेय या हीन सिद्ध होने पर अत्यन्त लज्जित होना।

43- घपले में पड़ना/पड़ जाना।

अर्थ - खटाई में पड़ना, भ्रमित होना।

44- घबरा उठना।

अर्थ - बेचैन होना।

45- घमंड में चूर।

अर्थ - घमंड से ओतप्रोत।

46- घर आँगन हो जाना।

अर्थ - घर का टूट-फूट कर खँडहर या मैदान हो जाना

47- घर उजड़ना/उजाड़ देना।

अर्थ - गृहस्थी चौपट होना।

48- घर कर लेना।

अर्थ - अपनी स्थायी निवास बना लेना।

49- घर का आदमी।

अर्थ - परिवार का सदस्य, घनिष्ठ मित्र अथवा संबंधी।

50- घर का रास्ता समझना।

अर्थ - सुगम और सुपरिचित समझना।

51- घर के घर

अर्थ - घर की सीमा में ही, आपस में ही।

52- घर के घर रह जाना

अर्थ - ऐसी स्थिति में होना कि व्यापार, लेन देन आदि में न लाभ हो न हानि।

53- घर खाली छोड़ना।

अर्थ - वर करते हुए भी आघात या प्रहार न करना, बल्कि जान बूझकर खाली जाने देना।

 54- घर खोद डालना।

अर्थ - बार बार किसी के घर जाकर उसे परेशान करना।

55- घर जमाना।

अर्थ - घर गृहस्थी के लिए आवश्यक वस्तुएँ लाना।

56- घर तक पहुँचना।

अर्थ - किसी को माँ बहन तक की गालियाँ देना।

57- घर में चूल्हा न जलना।

अर्थ - रसोई न बनना। इन्हीं परेशानियों के कारण हमारे यहाँ दो दिन चूल्हा तक नहीं जला।

58- घर में झाड फिरना/फिर जाना।

अर्थ - घर में कुछ भी न रह जाना।