"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/अभ्यास": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 24: | पंक्ति 24: | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-बासंती देवार | -बासंती देवार | ||
+ | +सुरुजबाई खाण्डे | ||
-रजनी रजक | -रजनी रजक | ||
-प्रभा यादव | -प्रभा यादव | ||
पंक्ति 50: | पंक्ति 50: | ||
-बसंत रानाडे | -बसंत रानाडे | ||
{ऐसा कौन-सा त्यौहार है, जिसमें बच्चे [[पौष मास]] की [[पूर्णिमा]] के दिन एक-दूसरे के घर धान माँगने जाते हैं? | {[[छत्तीसगढ़]] में ऐसा कौन-सा त्यौहार है, जिसमें बच्चे [[पौष मास]] की [[पूर्णिमा]] के दिन एक-दूसरे के घर धान माँगने जाते हैं? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-आक्ती | -आक्ती | ||
पंक्ति 99: | पंक्ति 99: | ||
-[[गिरनार की पहाड़ियाँ|गिरनार]] | -[[गिरनार की पहाड़ियाँ|गिरनार]] | ||
-[[उसिरगिरि पर्वत|उसिरगिरि]] | -[[उसिरगिरि पर्वत|उसिरगिरि]] | ||
||'सिहावा' [[छत्तीसगढ़]] राज्य के [[रायपुर]] के समीप [[धमतरी ज़िला|धमतरी ज़िले]] में स्थित एक [[पर्वत]] श्रेणी है। इस पर्वत श्रेणी में ही [[महानदी]] का उद्गम होता है। किंवदंती है कि इस स्थान पर पूर्वकाल में श्रृंगी आदि सप्त ऋषियों की तपोभूमि थी, जिनके नाम से प्रसिद्ध कई गुफाएँ पहाड़ियों के उच्च शिखरों पर अवस्थित हैं। सिहावा के खंडहरों से छः मंदिरों के अवशेष भी प्राप्त हुए हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सिहावा]] | ||'सिहावा' [[छत्तीसगढ़]] राज्य के [[रायपुर]] के समीप [[धमतरी ज़िला|धमतरी ज़िले]] में स्थित एक [[पर्वत]] श्रेणी है। इस पर्वत श्रेणी में ही [[महानदी]] का उद्गम होता है। किंवदंती है कि इस स्थान पर पूर्वकाल में श्रृंगी आदि सप्त ऋषियों की तपोभूमि थी, जिनके नाम से प्रसिद्ध कई गुफाएँ पहाड़ियों के उच्च शिखरों पर अवस्थित हैं। सिहावा के खंडहरों से छः मंदिरों के [[अवशेष]] भी प्राप्त हुए हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सिहावा]] | ||
{[[छत्तीसगढ़]] में 'तमसई' किस पकवान को कहा जाता है? | {[[छत्तीसगढ़]] में 'तमसई' किस पकवान को कहा जाता है? |
13:01, 20 मई 2012 का अवतरण
छत्तीसगढ़
|