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चक्रतीर्थ | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- चक्रतीर्थ (बहुविकल्पी) |
चक्रतीर्थ गढ़वाल ज़िला, उत्तराखंड में बद्रीनाथ से कुछ दूरी पर उत्तर की ओर स्थित है।
- इस स्थान के विषय में पौराणिक किंवदंती है कि यहाँ रहकर कुंती पुत्र अर्जुन ने तप किया था। वरदान स्वरूप अर्जुन ने दैवी अस्त्र प्राप्त करके शत्रुओं पर विजय प्राप्त की थी-
'चक्रतीर्थस्य माहात्मादर्जुन: परमास्त्रवित् भूत्वा स नाशयामास शत्रून् दुर्योधनादिकान्'[1]
- एक अन्य प्रसंग में किष्किंधा के निकट ऋष्यमूक पर्वत और तुंगभद्रा नदी के घेरे को 'चक्रतीर्थ' कहा गया है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 325 |
- ↑ स्कंदपुराण, केदार खंड, 58, 57.