"सिग्नेचर या हस्ताक्षर -जवाहरलाल नेहरू": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 28: | पंक्ति 28: | ||
|अद्यतन= | |अद्यतन= | ||
}} | }} | ||
<poem style="background:#fbf8df; padding:15px; font-size:14px; border:1px solid #003333; border-radius:5px"> | <poem style="background:#fbf8df; padding:15px; font-size:14px; border:1px solid #003333; border-radius:5px"> | ||
बात उस समय की है जब जवाहरलाल नेहरू एक कार्यक्रम में एक छात्र ने उनसे ऑटोग्राफ लेने के लिए अपनी कॉपी उनकी ओर बढ़ाते हुए कहा, | बात उस समय की है जब [[जवाहरलाल नेहरू]] एक कार्यक्रम में एक छात्र ने उनसे ऑटोग्राफ लेने के लिए अपनी कॉपी उनकी ओर बढ़ाते हुए कहा, | ||
'इसमें सिग्नेचर कर दीजिए। ' | 'इसमें सिग्नेचर कर दीजिए। ' | ||
नेहरू जी ने उसमें अपने दस्तखत अंग्रेज़ी में कर दिए। छात्र को पता था कि नेहरूजी आमतौर पर हिन्दी में ही हस्ताक्षर करते हैं। उसने पूछ लिया, | नेहरू जी ने उसमें अपने दस्तखत [[अंग्रेज़ी]] में कर दिए। छात्र को पता था कि नेहरूजी आमतौर पर [[हिन्दी]] में ही हस्ताक्षर करते हैं। उसने पूछ लिया, | ||
'आप तो हिन्दी में हस्ताक्षर करते हैं। फिर मेरी कॉपी में आपने अंग्रेज़ी में किए, ऐसा क्यों? | 'आप तो हिन्दी में हस्ताक्षर करते हैं। फिर मेरी कॉपी में आपने अंग्रेज़ी में किए, ऐसा क्यों? | ||
पंक्ति 42: | पंक्ति 41: | ||
'भाई, तुमने सिग्नेचर करने को बोला था, हस्ताक्षर करने को नहीं।' | 'भाई, तुमने सिग्नेचर करने को बोला था, हस्ताक्षर करने को नहीं।' | ||
;[[जवाहरलाल नेहरू]] से | ;[[जवाहरलाल नेहरू]] से जुड़े अन्य प्रसंग पढ़ने के लिए [[जवाहरलाल नेहरू के प्रेरक प्रसंग]] पर जाएँ। | ||
</poem> | </poem> | ||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | |||
{| | |||
| | |||
| | |||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
[[Category:अशोक कुमार शुक्ला]][[Category:समकालीन साहित्य]][[Category: | [[Category:अशोक कुमार शुक्ला]][[Category:समकालीन साहित्य]][[Category:प्रेरक प्रसंग]][[Category:जवाहर लाल नेहरू]] | ||
[[Category:साहित्य कोश]] | |||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
11:36, 13 अगस्त 2014 का अवतरण
सिग्नेचर या हस्ताक्षर -जवाहरलाल नेहरू
| |
विवरण | जवाहरलाल नेहरू |
भाषा | हिंदी |
देश | भारत |
मूल शीर्षक | प्रेरक प्रसंग |
उप शीर्षक | जवाहरलाल नेहरू के प्रेरक प्रसंग |
संकलनकर्ता | अशोक कुमार शुक्ला |
बात उस समय की है जब जवाहरलाल नेहरू एक कार्यक्रम में एक छात्र ने उनसे ऑटोग्राफ लेने के लिए अपनी कॉपी उनकी ओर बढ़ाते हुए कहा,
'इसमें सिग्नेचर कर दीजिए। '
नेहरू जी ने उसमें अपने दस्तखत अंग्रेज़ी में कर दिए। छात्र को पता था कि नेहरूजी आमतौर पर हिन्दी में ही हस्ताक्षर करते हैं। उसने पूछ लिया,
'आप तो हिन्दी में हस्ताक्षर करते हैं। फिर मेरी कॉपी में आपने अंग्रेज़ी में किए, ऐसा क्यों?
नेहरूजी मुस्कराते हुए बोले,
'भाई, तुमने सिग्नेचर करने को बोला था, हस्ताक्षर करने को नहीं।'
- जवाहरलाल नेहरू से जुड़े अन्य प्रसंग पढ़ने के लिए जवाहरलाल नेहरू के प्रेरक प्रसंग पर जाएँ।
|
|
|
|
|