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09:41, 4 अक्टूबर 2016 के समय का अवतरण
अरूद्र कबलीस्वरार मन्दिर तमिलनाडु के इरोड शहर में स्थित है। यह प्रसिद्ध मन्दिर पाँच सौ वर्ष पुराना है। इरोड के लोगों द्वारा इस स्थान को बहुत शुभ माना जाता है, क्योंकि वे यह मानते हैं कि भगवान कबलीस्वरार के कारण ही शहर में शान्ति और समृद्धि रहती है।
- इस मन्दिर की कई विशेषताएँ हैं। एक अकेली वेदी में एक सौ आठ शिवलिंग तराशे गये हैं।
- अरूद्र कबलीस्वरार मन्दिर तमिलनाडु राज्य के पवित्र शहर इरोड में स्थित है। यह तमिलनाडु का सबसे पहला मन्दिर माना जाता है।
- स्थानीय लोगों की यह मान्यता है कि इष्टदेव के चेहरे पर सूर्य की किरणें पड़ने के साथ ही यहाँ उत्सव का आयोजन होता है। सूर्य की किरणें हमेशा मण्डप के अगले हिस्से में ही पड़ती हैं।[1]
- इसके अलावा 'महाशिवरात्रि' को भी पूर्ण रूप से मन्दिर परिसर में मनाया जाता है।
- एक मान्यता यह भी है कि जो लोग यहाँ मनोकामना करते हैं, वह अवश्य पूरी होती है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पेरिअमरियम्मन मन्दिर, इरोड (हिन्दी) नेटिव प्लेनेट। अभिगमन तिथि: 08 जनवरी, 2015।