"अंगार बरसना": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
(''''अंगार बरसना''' एक प्रचलित कहावत लोकोक्ति मुहावरे|...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
'''अंगार बरसना''' एक प्रचलित [[कहावत लोकोक्ति मुहावरे|लोकोक्ति]] अथवा [[हिन्दी]] मुहावरा है।
'''अंगार बरसना''' एक प्रचलित [[कहावत लोकोक्ति मुहावरे|लोकोक्ति]] अथवा [[हिन्दी]] मुहावरा है।


'''अर्थ'''- बहुत अधिक गरमी पङना या प्रचंड लू चलना।  
'''अर्थ'''- बहुत अधिक गरमी पड़ना या प्रचंड लू चलना।  


'''प्रयोग'''- जेठ की दुपहरी थी, धरती जल रही थी,अंगारे बरस रहे थे और वह गंगा में डुव मरने के लिए नंगे पाँव दौड़ा जला रहा था ।
'''प्रयोग'''- [[जेठ]] की दुपहरी थी,[[धरती]] [[जल]] रही थी,अंगारे बरस रहे थे और वह [[गंगा]] में डुव मरने के लिए नंगे पाँव दौड़ा चला जा रहा था ।





10:54, 1 अक्टूबर 2015 का अवतरण

अंगार बरसना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- बहुत अधिक गरमी पड़ना या प्रचंड लू चलना।

प्रयोग- जेठ की दुपहरी थी,धरती जल रही थी,अंगारे बरस रहे थे और वह गंगा में डुव मरने के लिए नंगे पाँव दौड़ा चला जा रहा था ।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें

                              अं                                                                                              क्ष    त्र    श्र