"ज़बान चलना": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
(''''ज़बान चलना''' एक प्रचलित कहावत लोकोक्ति मुहावरे|ल...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
पंक्ति 3: पंक्ति 3:
'''अर्थ'''- बराबर कुछ कहते या बकते रहना।
'''अर्थ'''- बराबर कुछ कहते या बकते रहना।


'''प्रयोग'''- उमेश कुछ न कुछ बकते रहता है।  
'''प्रयोग'''- दीप्ति की माँ ने उससे कहा- "चुप रहा करो, आजकल तुम्हारी '''ज़बान चलने''' लगी है।  


==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==

13:08, 8 नवम्बर 2015 का अवतरण

ज़बान चलना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- बराबर कुछ कहते या बकते रहना।

प्रयोग- दीप्ति की माँ ने उससे कहा- "चुप रहा करो, आजकल तुम्हारी ज़बान चलने लगी है।

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें

                              अं                                                                                              क्ष    त्र    श्र