"ज़बान चलाने की रोटी खाना": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
(''''ज़बान चलाने की रोटी खाना''' एक प्रचलित कहावत लोकोक...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
पंक्ति 3: पंक्ति 3:
'''अर्थ'''- केवल लोगों की ख़ुशामद करके जीवका उपार्जित करना।
'''अर्थ'''- केवल लोगों की ख़ुशामद करके जीवका उपार्जित करना।


'''प्रयोग'''- उमेश ऐसा आदमी है जिसको जहाँ कुछ खाने-पीने को मिल जाए,  
'''प्रयोग'''- उमेश ऐसा आदमी है, जो मात्र ज़बान चलाने की रोटी खाता है।
वह उसी कि ख़ुशामद करने लगता है और इसी से वह अपना जीवन चला रहा है।  


==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==

13:19, 8 नवम्बर 2015 का अवतरण

ज़बान चलाने की रोटी खाना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- केवल लोगों की ख़ुशामद करके जीवका उपार्जित करना।

प्रयोग- उमेश ऐसा आदमी है, जो मात्र ज़बान चलाने की रोटी खाता है।

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें

                              अं                                                                                              क्ष    त्र    श्र