"आँसू पोंछना": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
(''''आँसू पोंछना''' एक प्रचलित कहावत लोकोक्ति मुहावरे|...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
पंक्ति 4: पंक्ति 4:


'''प्रयोग'''-  
'''प्रयोग'''-  
#पति क प्रेम तो उसने जाना ही नही, तुमने उसके आँसू अवश्य पोंछे। - ([[राधिका|राजा राधिका प्रसाद सिंह]])  
#पति क प्रेम तो उसने जाना ही नही, तुमने उसके आँसू अवश्य पोंछे। - (राजा राधिका प्रसाद सिंह)  
#सहृदयता और शालीनता इसी में थी कि मुझसे सहानुभूति प्रकट करते, मेरे आँसू पोंछते। - ([[प्रेमचंद]])
#सहृदयता और शालीनता इसी में थी कि मुझसे सहानुभूति प्रकट करते, मेरे आँसू पोंछते। - ([[प्रेमचंद]])



11:29, 24 अक्टूबर 2015 का अवतरण

आँसू पोंछना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- दुखी व्यक्ति को सांत्वना देना।

प्रयोग-

  1. पति क प्रेम तो उसने जाना ही नही, तुमने उसके आँसू अवश्य पोंछे। - (राजा राधिका प्रसाद सिंह)
  2. सहृदयता और शालीनता इसी में थी कि मुझसे सहानुभूति प्रकट करते, मेरे आँसू पोंछते। - (प्रेमचंद)


टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें

                              अं                                                                                              क्ष    त्र    श्र