"गीत कला": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "॰" to ".") |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "Category:कला" to "") |
||
पंक्ति 7: | पंक्ति 7: | ||
==सम्बंधित लिंक== | ==सम्बंधित लिंक== | ||
{{चौंसठ कलाएँ जयमंगल}} | {{चौंसठ कलाएँ जयमंगल}} | ||
[[Category:कला_कोश | [[Category:कला_कोश]]__INDEX__ |
12:16, 29 अगस्त 2010 का अवतरण
जयमंगल के मतानुसार चौंसठ कलाओं में से यह एक कला है।
- गीत साहित्य की एक सर्वाधिक लोकप्रिय विधा है। साधारणत: इसमें एक मुखड़ा तथा कुछ अंतरे होते हैं। प्रत्येक अंतरे के बाद मुखड़े को दोहराया जाता है। गीत को गाया भी जाता है। भारतीय सिनेमा में गीत बहुत लोकप्रिय हैं। लता मंगेशकर और एस.एस. सुबालक्ष्मी के गाये गीत बहुत मधुर हैं।
- लोकगीतों की परंपरा भारत में बहुत पुरानी है।
- भारत के प्रसिद्ध हिन्दी गीतकार 'कवि प्रदीप' और 'गोपालदास नीरज' के गीत बहुत गाये गये हैं।