छो (यमतर्पण का नाम बदलकर यम तर्पण कर दिया गया है) |
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07:17, 7 दिसम्बर 2010 का अवतरण
- तिलयुक्त जल की अंजलियों से यम के तीन नामों (यम, धर्मराज, अन्तक) को तीन बार तर्पण करना चाहिए।
- इस ब्रत से एक वर्ष में किये गये पाप तुरन्त ही समाप्त हो जाते हैं।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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