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06:52, 7 दिसम्बर 2010 का अवतरण
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- जब एक अहोरात्र में तीन तिथियाँ स्पर्श को प्राप्त होती हैं तो उसे इस नाम से पुकारा जाता है।[1]
- यह व्रत काल पवित्र माना जाता है।
अन्य संबंधित लिंक
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ विष्णुधर्मोत्तरपुरान (1|60|14)