"जय प्रकाश अग्रवाल (उद्यमी)": अवतरणों में अंतर

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'''जय प्रकाश अग्रवाल''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Jai Prakash Agrawal'') भारतीय उद्यमी हैं। कोरोना काल में सांसें देने वाले 'सूर्या रोशनी लिमिटेड' के चेयरमैन जय प्रकाश अग्रवाल को [[राष्ट्रपति]] [[रामनाथ कोविन्द]] ने देश के प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान '[[पद्म श्री]]' ([[2020]]) से सम्मानित किया है। जय प्रकाश अग्रवाल को [[दिल्ली]] में [[राष्ट्रपति भवन]] में यह सम्मान दिया गया। मालनपुर सूर्या रोशनी फैक्ट्री में कोविड-19 की दूसरी लहर में ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में [[ऑक्सीजन]] सप्लाई दी गई थी। इससे दोनों संभागों में हजारों लोगों की जिंदगी बची।<br />
'''जय प्रकाश अग्रवाल''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Jai Prakash Agrawal'') भारतीय उद्यमी हैं। कोरोना काल में सांसें देने वाले 'सूर्या रोशनी लिमिटेड' के चेयरमैन जय प्रकाश अग्रवाल को [[राष्ट्रपति]] [[रामनाथ कोविन्द]] ने देश के प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान '[[पद्म श्री]]' ([[2020]]) से सम्मानित किया है। जय प्रकाश अग्रवाल को [[दिल्ली]] में [[राष्ट्रपति भवन]] में यह सम्मान दिया गया। मालनपुर सूर्या रोशनी फैक्ट्री में कोविड-19 की दूसरी लहर में ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में [[ऑक्सीजन]] सप्लाई दी गई थी। इससे दोनों संभागों में हजारों लोगों की जिंदगी बची।<br />
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*मालनपुर स्थित सूर्या रोशनी में प्रोडक्शन के लिए ऑक्सीजन प्लांट पहले से स्थापित था। कोविड-19 की दूसरी लहर में जब देशभर में संक्रमित मरीजों के लिए ऑक्सीजन की मारामारी शुरू हुई तो सूर्या रोशनी ने अपना प्रोडक्शन बंद कर प्लांट से [[ग्वालियर]], [[शिवपुरी]], श्योपुर, दतिया, मुरैना और भिंड सहित अन्य जिलों में अस्पतालों के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई देना शुरू कर दिया था। सूर्या रोशनी की इस पहल से इन जिलों में आक्सीजन की किल्लत काफी हद तक कम हो गई थी। साथ ही कोविड काल की दूसरी लहर में सूर्या रोशनी से मिली ऑक्सीजन से हजारों लोगों की जिंदगी बची है।<ref name="pp">{{cite web |url= https://www.naidunia.com/madhya-pradesh/bhind-bhind-news-7123340|title=कोविड में सांसें देने वाले सूर्या रोशनी के चेयरमैन को राष्ट्रपति ने दिया पद्मश्री सम्मान|accessmonthday=11 नवंबर|accessyear=2021 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=naidunia.com |language=हिंदी}}</ref>
*मालनपुर स्थित सूर्या रोशनी में प्रोडक्शन के लिए ऑक्सीजन प्लांट पहले से स्थापित था। कोविड-19 की दूसरी लहर में जब देशभर में संक्रमित मरीजों के लिए ऑक्सीजन की मारामारी शुरू हुई तो सूर्या रोशनी ने अपना प्रोडक्शन बंद कर प्लांट से [[ग्वालियर]], [[शिवपुरी]], श्योपुर, दतिया, मुरैना और भिंड सहित अन्य जिलों में अस्पतालों के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई देना शुरू कर दिया था। सूर्या रोशनी की इस पहल से इन जिलों में आक्सीजन की किल्लत काफी हद तक कम हो गई थी। साथ ही कोविड काल की दूसरी लहर में सूर्या रोशनी से मिली ऑक्सीजन से हजारों लोगों की जिंदगी बची है।<ref name="pp">{{cite web |url= https://www.naidunia.com/madhya-pradesh/bhind-bhind-news-7123340|title=कोविड में सांसें देने वाले सूर्या रोशनी के चेयरमैन को राष्ट्रपति ने दिया पद्मश्री सम्मान|accessmonthday=11 नवंबर|accessyear=2021 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=naidunia.com |language=हिंदी}}</ref>
[[चित्र:Jai-Prakash-Agrawal-Surya-1.jpg|thumb|left|250px|जय प्रकाश अग्रवाल, [[राष्ट्रपति]] [[रामनाथ कोविन्द]] से [[पद्म श्री]] सम्मान पाते हुए]]
*मालनपुर में सूर्या रोशनी से भिंड जिला अस्पताल के लिए भी पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलती रही। इससे कोविड की दूसरी लहर में जहां देशभर में कोई भी जिला अपने जिले के मरीजों को ऑक्सीजन बमुश्किल से उपलब्ध करवा पा रहा था। ऐसे दौर में सूर्या रोशनी से लगातार मिल रही ऑक्सीजन के कारण पूरे प्रदेश में भिंड जिला मात्र ऐसा था, जहां ग्वालियर, मुरैना, दतिया, [[उत्तर प्रदेश]] के [[आगरा]], [[इटावा]], आरैया आदि जिलों के मरीजों को इलाज और ऑक्सीजन मुहैया कराई गई।
*मालनपुर में सूर्या रोशनी से भिंड जिला अस्पताल के लिए भी पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलती रही। इससे कोविड की दूसरी लहर में जहां देशभर में कोई भी जिला अपने जिले के मरीजों को ऑक्सीजन बमुश्किल से उपलब्ध करवा पा रहा था। ऐसे दौर में सूर्या रोशनी से लगातार मिल रही ऑक्सीजन के कारण पूरे प्रदेश में भिंड जिला मात्र ऐसा था, जहां ग्वालियर, मुरैना, दतिया, [[उत्तर प्रदेश]] के [[आगरा]], [[इटावा]], आरैया आदि जिलों के मरीजों को इलाज और ऑक्सीजन मुहैया कराई गई।
*सूर्या रोशनी लिमिटेड के चेयरमैन ओम प्रकाश अग्रवाल प्राकृतिक चिकित्सा और [[योग]] के समर्थक हैं। वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से बहुत प्रभावित हैं। उन्होंने गांवों में प्राकृतिक चिकित्सा को बढावा देने अंतरराष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संगठन की स्थापना की है। वर्तमान में जय प्रकाश अग्रवाल राष्ट्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा विकास एवं संवर्धन बोर्ड आयुष मंत्रालय के सदस्य हैं। वे कलकत्ता विश्वविद्यालय से स्नातक होकर स्वामी विवेकानंद के विचारों और जीवन से प्रभावित हैं।
*सूर्या रोशनी लिमिटेड के चेयरमैन ओम प्रकाश अग्रवाल प्राकृतिक चिकित्सा और [[योग]] के समर्थक हैं। वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से बहुत प्रभावित हैं। उन्होंने गांवों में प्राकृतिक चिकित्सा को बढावा देने अंतरराष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संगठन की स्थापना की है। वर्तमान में जय प्रकाश अग्रवाल राष्ट्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा विकास एवं संवर्धन बोर्ड आयुष मंत्रालय के सदस्य हैं। वे कलकत्ता विश्वविद्यालय से स्नातक होकर स्वामी विवेकानंद के विचारों और जीवन से प्रभावित हैं।

06:41, 11 नवम्बर 2021 के समय का अवतरण

जय प्रकाश अग्रवाल एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- जय प्रकाश अग्रवाल (बहुविकल्पी)
जय प्रकाश अग्रवाल

जय प्रकाश अग्रवाल (अंग्रेज़ी: Jai Prakash Agrawal) भारतीय उद्यमी हैं। कोरोना काल में सांसें देने वाले 'सूर्या रोशनी लिमिटेड' के चेयरमैन जय प्रकाश अग्रवाल को राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने देश के प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान 'पद्म श्री' (2020) से सम्मानित किया है। जय प्रकाश अग्रवाल को दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में यह सम्मान दिया गया। मालनपुर सूर्या रोशनी फैक्ट्री में कोविड-19 की दूसरी लहर में ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में ऑक्सीजन सप्लाई दी गई थी। इससे दोनों संभागों में हजारों लोगों की जिंदगी बची।

  • मालनपुर स्थित सूर्या रोशनी में प्रोडक्शन के लिए ऑक्सीजन प्लांट पहले से स्थापित था। कोविड-19 की दूसरी लहर में जब देशभर में संक्रमित मरीजों के लिए ऑक्सीजन की मारामारी शुरू हुई तो सूर्या रोशनी ने अपना प्रोडक्शन बंद कर प्लांट से ग्वालियर, शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, मुरैना और भिंड सहित अन्य जिलों में अस्पतालों के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई देना शुरू कर दिया था। सूर्या रोशनी की इस पहल से इन जिलों में आक्सीजन की किल्लत काफी हद तक कम हो गई थी। साथ ही कोविड काल की दूसरी लहर में सूर्या रोशनी से मिली ऑक्सीजन से हजारों लोगों की जिंदगी बची है।[1]
जय प्रकाश अग्रवाल, राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द से पद्म श्री सम्मान पाते हुए
  • मालनपुर में सूर्या रोशनी से भिंड जिला अस्पताल के लिए भी पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलती रही। इससे कोविड की दूसरी लहर में जहां देशभर में कोई भी जिला अपने जिले के मरीजों को ऑक्सीजन बमुश्किल से उपलब्ध करवा पा रहा था। ऐसे दौर में सूर्या रोशनी से लगातार मिल रही ऑक्सीजन के कारण पूरे प्रदेश में भिंड जिला मात्र ऐसा था, जहां ग्वालियर, मुरैना, दतिया, उत्तर प्रदेश के आगरा, इटावा, आरैया आदि जिलों के मरीजों को इलाज और ऑक्सीजन मुहैया कराई गई।
  • सूर्या रोशनी लिमिटेड के चेयरमैन ओम प्रकाश अग्रवाल प्राकृतिक चिकित्सा और योग के समर्थक हैं। वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से बहुत प्रभावित हैं। उन्होंने गांवों में प्राकृतिक चिकित्सा को बढावा देने अंतरराष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संगठन की स्थापना की है। वर्तमान में जय प्रकाश अग्रवाल राष्ट्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा विकास एवं संवर्धन बोर्ड आयुष मंत्रालय के सदस्य हैं। वे कलकत्ता विश्वविद्यालय से स्नातक होकर स्वामी विवेकानंद के विचारों और जीवन से प्रभावित हैं।
  • जय प्रकाश अग्रवाल ने अपने मूल व्यवसायों और सहकर्मी समूह के प्रति सच्ची सेवाएं देने के अलावा भारत के गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए खूब कार्य किए हैं। बचपन से ही उनके व्यक्तित्व में समाज सेवा का गुण विद्यमान था। उन्होंने अपने सभी कर्मचारियों को अपने परिवार के रूप में माना और उनके साथ पूरी गरिमा और सम्मान के साथ व्यवहार किया।[1]
  • जय प्रकाश अग्रवाल समाज के प्रति अपनी निस्वार्थ सेवा-भावना के अनुरूप जरूरतमंद और गरीब छात्रों को छात्रवृत्ति और विभिन्न सामाजिक सेवा संगठनों को दान के रूप में कई धर्मार्थ कार्यों में अपना योगदान प्रदान करते रहते हैं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. 1.0 1.1 कोविड में सांसें देने वाले सूर्या रोशनी के चेयरमैन को राष्ट्रपति ने दिया पद्मश्री सम्मान (हिंदी) naidunia.com। अभिगमन तिथि: 11 नवंबर, 2021। सन्दर्भ त्रुटि: <ref> अमान्य टैग है; "pp" नाम कई बार विभिन्न सामग्रियों में परिभाषित हो चुका है

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