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*व्रतराज (16) के मत से घी, दूध एवं मधु को 'मधुरत्रय' कहते | *व्रतराज (16) के मत से घी, दूध एवं मधु को 'मधुरत्रय' कहते हैं। | ||
08:30, 20 फ़रवरी 2011 का अवतरण
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- व्रतराज (16) के मत से घी, दूध एवं मधु को 'मधुरत्रय' कहते हैं।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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